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बिहार में मिठाई, समोसे पर भी लगा लग्जरी टैक्स

एक अप्रैल से प्रस्तावित शराबबंदी के बाद राज्य को होने वाले
राजस्व घाटे की भारपाई के लिए बिहार सरकार ने एक दर्जन
वस्तुओं पर टैक्स में वृद्धि कर दी है और कई पर नया टैक्स लगा दिया
है। इनमें कई ऐसे आइटम भी हैं, जिन पर पहले टैक्स नहीं लगता था।
लग्जरी सामानों पर लगने वाले टैक्स की दर को बढ़ाकर 13.5
प्रतिशत तक करने के प्रस्ताव को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी
है। मंत्रिमंडल की सहमति के साथ ही राज्य में साड़ी, मच्छर भगाने
की टिकिया, मिठाई, नमकीन से लेकर सूखे मेवे और बालू तक का
महंगा होना तय हो गया है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में
मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद प्रधान सचिव बृजेश महरोत्रा ने
बताया कि 500 रुपये से अधिक प्रति मीटर के कपड़े और 2000 रुपये
से अधिक मूल्य की साड़ी पर अब 5 प्रतिशत की दर से टैक्स देय
होगा, जो कि पहले में शून्य था। महरोत्रा ने बताया कि 500 रुपये
से अधिक प्रति किलोग्राम की मिठाइयां पहले टैक्स मुक्त थीं, उस
पर अब 13.5 प्रतिशत टैक्स लगेगा।
उन्होंने बताया कि ब्रैंडेड और संरक्षित नमकीन खाद्य
पदाथार्थों पर 13.5 प्रतिशत की दर से कर लगेगा। इस फैसले के बाद
समोसा, निमकी, कचौड़ी, चनाचूर गरम, भुजिया, दालमोट, तले
हुए आलू के चिप्स और नमकीन मूंगफली पर 13.5 प्रतिशत टैक्स
लगेगा, पहले इन आइटमों पर कोई टैक्स नहीं लगता था। बृजेश
महरोत्रा ने बताया कि यूपीएस, इनवर्टर, बैटरी टॉर्च और सूखे मेवे
पर टैक्स की दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 13.5 प्रतिशत कर दी गई है।
इसी तरह गाड़ियों के कल-पुर्जों पर भी अब 13.5 प्रतिशत की दर
से कर लगेगा।
प्रधान सचिव ने बताया कि सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर इस्तेमाल
की जाने वाली दवाओं और बालू पर लगने वाले टैक्स को भी 5
प्रतिशत से बढ़ाकर 13.5% कर दिया गया है।