नैशनल हेरल्ड मामले में शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया
गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को बिना शर्त जमानत मिलने
के बाद इस केस में कई दिनों से लग रहे कयासों पर भी विराम लग
गया। इस मामले में अगली सुनवाई 20 फरवरी को होगी।
पटियाला हाउस कोर्ट में शनिवार को इस केस की सुनवाई सिर्फ
15 मिनट ही चली। सोनिया और राहुल की ओर से कोर्ट में
कांग्रेस नेता और मशहूर वकील कपिल सिब्बल पेश हुए।
50-50 हजार रुपए के बॉन्ड पर बेल मिलने के बाद सोनिया और
राहुल ने मीडिया को संबोधित किया और केंद्र सरकार पर हमला
बोला। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि वह केस में से आपराधिक शब्द
हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएगी। यह शब्द हाई कोर्ट ने अपनी
टिप्पणी में किया था।
उधर, सरकार ने भी इस मामले पर कांग्रेस पर पलटवार किया है।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है,
'कांग्रेस पार्टी ने इस मामले को हाई प्रोफाइल बनाने की
कोशिश की और सोनिया-राहुल को महान स्वतंत्रता संग्राम
सेनानी जैसा दिखाया, यह गलत है।' नकवी ने इस मामले से बीजेपी
को दूर रखते हुए कहा, 'नैशनल हेरल्ड आपका, घोटाला आपका और
केस कोर्ट का। इसमें बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं '
बता दें कि इससे पहले कोर्ट में चली कार्यवाही के दौरान बीके
हरिप्रसाद ने मोतीलाल वोरा का बेल बॉन्ड भरा और अजय
माकन ने सुमन दुबे का बेल बॉन्ड भरा। राहुल गांधी के लिए उनकी
बहन प्रियंका गांधी ने बेल बॉन्ड दिया।
कोर्ट से आने के बाद सोनिया गांधी ने पत्रकारों से कहा, 'हमें
जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन इससे हम डरे हुए
नहीं हैं। हम संघर्ष करेंगे मुझे कोई शक नहीं है। सच सामने आएगा। ये
लोग हमें कभी अपने रास्ते से नहीं हटा पाएंगे।' पूर्व प्रधानमंत्री,
'हम संघर्ष करते रहेंगे, क्योंकि हम कुछ निश्चित आदर्शों के साथ खड़े
हैं।' राहुल गांधी ने कहा, 'मैं कानून का आदर करता हूं। मोदीजी
झूठी इल्जाम लगवाते हैं और वह सोचते हैं कि विपक्ष झुक जाएगा।
मैं हिंदुस्तान के हर नागरिक को बताना चाहता हूं कि मैं और
कांग्रेस पार्टी नहीं झुकेंगे। हम लड़ते रहेंगे और एक इंच पीछे नहीं
जाएंगे। मोदीजी कांग्रेस-मुक्त भारत चाहते हैं, लेकिन भारत
कांग्रेस-मुक्त कभी नहीं होगा।' पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने
कहा, 'हम कानून का सम्मान करते हैं। हमारा विरोध सरकार नफरत
की राजनीति की नीति को लेकर है।'
इस मामले में अपीलकर्ता और बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने
कोर्ट की कार्यवाही से संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा है कि
उन्होंने शनिवार को कोर्ट की सुनवाई में बेल का विरोध नहीं
किया, केवल पेशी से छूट का विरोध किया, इसीलिए आरोपियों
को बेल मिल गई और पेश होने से छूट नहीं मिली। इसके अलावा
स्वामी ने कोर्ट की कार्यवाही को लेकर कई और दावे किए।
उन्होंने कहा, 'कोर्ट में सोनिया और राहुल गांधी को बैठने की
इजाजत नहीं दी गई थी। कोर्ट में सोनिया और राहुल उस कोने में
खड़े थे, जहां आरोपियों को होना चाहिए था।' स्वामी ने यह भी
कहा है कि 2016 में मैं केस जीत जाऊंगा। सोनिया, राहुल और
अन्य नेताओं को जेल जाना होगा।
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