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खराब शुरुआत के बाद रहाणे ने भारतीय पारी को संभाला

मौजूदा सीरीज के पहले शतक की ओर बढ़ रहे अजिंक्या रहाणे ने
एक छोर संभालते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथे और
आखिरी क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन संकटमोचक की भूमिका
निभाते हुए भारतीय पारी को संभालकर सम्मानजनक स्कोर की
तरफ बढ़ाया।
फॉर्म में लौटकर 155 गेंद में नाबाद 89 रन बनाने वाले रहाणे के
अलावा सिर्फ कप्तान विराट कोहली (44 रन) अच्छी फॉर्म में
दिखे। बाकी विशेषज्ञ बल्लेबाज कोटला की धीमी पिच का
कोई फायदा नहीं उठा सके जिस पर कप्तान कोहली ने टॉस
जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था।
रहाणे ने अपनी पारी में नौ चौके और दो छक्के लगाए और पांचवें
टेस्ट शतक से वह सिर्फ 11 रन दूर हैं। पहले दिन खराब रोशनी के
कारण समय से पहले खेल समाप्त किए जाने पर आर अश्विन (6 रन)
रहाणे के साथ क्रीज पर थे। साउथ अफ्रीका के लिए सीरीज में
पहला टेस्ट खेल रहे स्पिनर डेन पीएट ने 34 ओवर में 101 रन देकर चार
विकेट लिए जबकि तेज गेंदबाज काइल अबॉट ने 17 ओवर में 23 रन
देकर तीन विकेट चटकाए।
घरेलू सरजमीं पर पहला अर्धशतक जमाने वाले रहाणे ने दूसरे छोर से
विकेटों के पतन के बीच संयम बनाए रखा। यह मौजूदा सीरीज में
किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा अर्धशतक है जबकि रहाणे
के टेस्ट करियर का आठवां पचासा है। यह सीरीज में किसी भी
टीम का सर्वोच्च स्कोर भी है। रहाणे और कोहली ने चौथे विकेट
के लिए 70 जबकि रहाणे और रविंद्र जडेजा (24 रन) ने सातवें विकेट
के लिए 59 रन जोड़े।
कोहली के विकेट पर रहने तक रहाणे ने सहायक की भूमिका
निभाई लेकिन ऋद्धिमान साहा (1 रन) के आउट होने के बाद वह
मुख्य भूमिका में आ गए। रहाणे ने पीएट पर चौका जड़कर 91 गेंद में
अपना अर्धशतक पूरा किया। मोर्नी मोर्कल ने आखिरी स्पेल में
जडेजा को मिडविकेट में डीन एल्गर के हाथों लपकवाया। भारत के
200 रन 74वें ओवर में पूरे हुए जब रहाणे ने इमरान ताहिर को
मिडविकेट और फिर मिडऑन में चौका लगाया।
कोहली की अच्छी पारी दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से खत्म हो गई जबकि
रोहित शर्मा गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। इससे
फिरोजशाह कोटला की पिच पर भारतीय बल्लेबाजों को
दिक्कतें आई जबकि यह पिच मोहाली और नागपुर से बेहतर है।
कप्तान विराट कोहली ने 44 रन बनाए जो इस सीरीज में उनका
सर्वोच्च स्कोर है। वह ऑफ स्पिनर डेन पीएट का शिकार हुए।
उसकी उछाल लेती गेंद पर कोहली ने स्वीप शाट खेलने की कोशिश
की लेकिन गेंद उछलकर फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर तेंबा बावुमा की
जांघ पर लगी और रिबाउंड पर विकेटकीपर डेन विलास ने आगे की
ओर डाइव लगाकर दर्शनीय कैच लपका।
कोहली ने 62 गेंद की अपनी पारी में सात चौके लगाए। उन्होंने
चौथे विकेट के लिए अजिंक्या रहाणे के साथ 70 रन की साझेदारी
की। चाय के समय रहाणे 31 रन बनाकर खेल रहे थे। रोहित शर्मा (1
रन) गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट हुए। उन्हें काइल अबॉट की
गेंद पर स्लिप में हाशिम अमला ने उस समय जीवनदान दिया था जब
उन्होंने खाता भी नहीं खोला था। पीएट की फ्लाइट लेती गेंद पर
वह लॉन्ग ऑन पर कैच दे बैठे।
ऋद्धिमान साहा (1 रन) अबॉट की शानदार इनस्विंगर का
शिकार हुए। शीर्षक्रम के बल्लेबाजों में सिर्फ कोहली
आत्मविश्वास से भरे लग रहे थे। उन्होंने रहाणे के साथ चौथे विकेट के
लिए 50 रन सिर्फ 67 गेंद में जोड़े। दोनों ने तेजी से रन बनाकर
दिखा दिया कि पिच में कोई खराबी नहीं है बल्कि शीर्षक्रम के
बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए हैं।
सुबह के सत्र में साउथ अफ्रीका के लिए सीरीज में पहली बार खेल
रहे ऑफ स्पिनर पीएट ने फॉर्म में चल रहे मुरली विजय (12 रन) को
आउट किया। कप्तान विराट कोहली ने चौथी बार टॉस जीता
और बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत की शुरुआत धीमी रही
और पहले 15 ओवर में सिर्फ 29 रन बने।
कोटला की धीमी पिच पर बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का
मौका नहीं मिल सका। धवन ने 13वें ओवर में पीएट को पारी का
पहला चौका लगाया। अबॉट के अगले ओवर में उसने दूसरा चौका
लगाया। विजय को 10 के स्कोर पर जीवनदान मिला जब काइल
अबॉट की गेंद पर एबी डिविलियर्स ने दूसरी स्लिप में उनका कैच
लपका लेकिन तीसरे अंपायर सी के नंदन ने इसे नोबाल करार दिया।
विजय हालांकि इसका फायदा नहीं उठा सके और दो रन जोड़कर
आउट हो गए। पीएट की सीधी पड़ती गेंद पर उन्होंने पहली स्लिप
में हाशिम अमला को कैच थमाया। विजय ने 84 मिनट क्रीज पर
रहकर 12 रन बनाए। भारत का पहला विकेट 30 के स्कोर पर गिरा।