रामनगरी अयोध्या के ही रामसेवक पुरम में कल एक ट्रक पर मंदिर निर्माण के लिए पत्थरों के आने के बाद ही माहौल गरमा गया है। कल से आज तक माहौल में काफी गरमी है। बाबरी मस्जिद के पैरोकार बुजुर्ग हाशिम अंसारी के साथ ही मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब बयानबाजी पर उतर आए हैं। इनके साथ ही महंत नृत्य गोपाल दास भी अपनी बातें कहने में लग गये हैं।
बाबरी मस्जिद के पैरोकार करीब 80 वर्ष के हाशिम अंसारी ने फैजाबाद में आज कहा कि राम मंदिर के नाम पर नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं। विश्व हिंदू परिषद के नेता जब भी मोदी के पास राम मंदिर का मामला लेकर जाते हैं, वो कह देते हैं कि पांच साल बाद आना। अंसारी ने कहा कि पहले तो विश्व हिंदू परिषद मोदी से मिलकर कुछ आश्वासन ले ले, फिर हम भी मिल लेंगे। उधर मुस्लिम पक्षकार हाजी महबूब ने भी काफी तल्ख बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भाई हम भी अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए ट्रकों में पत्थर ला सकते हैं। मंदिर-मस्जिद मामले में कोर्ट जिसके पक्ष में फैसला करेगा। वह मंजूर होगा।
रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष एवं रामनगरी के शीर्ष महंत नृत्यगोपालदास ने कहा कि हमको भरोसा है कि देश की शीर्ष कोर्ट रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का फैसला करते समय जनभावनाओं का ध्यान रखेगी और जनभावनाएं राम मंदिर के पक्ष में हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि अदालत का फैसला राम मंदिर के हक में आएगा और हम अदालत का पूर्ण सम्मान करते हैं। नृत्यगोपालदास ने कल रामसेवक पुरम में मंदिर निर्माण के लिए आई पत्थरों की नई खेप पहुंचने पर शिला पूजन किया। उन्होंने बताया कि 2007 से राजस्थान से पत्थरों के आने का क्रम रुक गया था, वहां भाजपा की सरकार बनने के बाद पत्थरों के आने में गतिरोध दूर कर लिया गया है। बीच बाकी बचे पत्थरों की तराशी का काम जारी है। उन्होंने राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दबाव बनाए जाने के प्रयासों से इन्कार किया।
कांग्रेस ने किया विरोध
अयोध्या में कल शिला पूजन का उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस ने इस मामले में प्रदेश सरकार से कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस का कहना है कि शिला पूजन मामले पर सरकार कार्रवाई करे।