DDCA में कथित भ्रष्टाचार को लेकर चल रही राजनीतिक
गहमागहमी के बीच सोमवार को कई घटनाएं घटीं। रविवार को
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दूसरे आम आदमी
पार्टी के नेताओं के खिलाफ सिविल और आपराधिक मानहानि
का केस करने की बात कहने वाले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने
सोमवार को यह करके भी दिखा दिया और उधर दिल्ली के सीएम
अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर कहा कि अरुण जेटली हमें डराने
की कोशिश न करें बल्कि जांच में सहयोग करें।
कोर्ट में केस करके जेटली जी हमें डराने की कोशिश ना करें।
भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ हमारी जंग जारी रहेगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद
केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास, राघव
चड्ढा, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी के खिलाफ सिविल और
आपराधिक मानहानि का केस दर्ज करवाया। वित्त मंत्री ने
पटियाल हाउस कोर्ट में मामला दर्ज कराने के साथ सभी छह
लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 500 के तहत अभियोग
चलाने की अर्जी देने के साथ ही 10 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग
की है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी जेटली के
खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।
रविवार को ही कीर्ति आजाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डीडीसीए में
करप्शन की बात उठाई थी। जेटली द्वारा मानहानि का केस
फाइल करने के बाद। बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने ट्वीट कर
कहा, 'अरुण जेटली ने मेरा नाम क्यों हटा दिया। आपने तो मेरे लेटर
देखे थे, मुझ पर करो न केस। रजिस्टर्ड पोस्ट से मैंने भेजे थे।'
इस पूरे घटनाक्रम के बाद दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर
कहा है, 'कोर्ट में केस करके जेटली जी हमें डराने की कोशिश न करें।
भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी।' एक दूसरे ट्वीट में
केजरीवाल ने कहा, 'जेटली जी आप जांच आयोग के साथ सहयोग
करिए और वहां अपने आपको निर्दोष साबित करिए।'