रोहतक में दिल्ली गैंग रेप जैसी ही बर्बरता की शिकार हुई एक
लड़की के केस में 7 दोषियों को फांसी की सजा का ऐलान
किया गया है। कोर्ट ने सोमवार को अपना फैसला सुनाते हुए 9
आरोपियों में से 7 को दोषी करार दिया। 9 आरोपियों में एक
नाबालिग भी है। जबकि एक आरोपी पहले ही आत्महत्या कर
चुका है।
इसी साल फरवरी में एक नेपाली लड़की के साथ दरिंदगी कर उसकी
हत्या कर दी गई थी। 4 फरवरी को बहुअकबपुर गांव में एक खेत से
लड़की की डेड बॉडी बरामद की गई थी। उसके शरीर के ऊपरी
हिस्से को जानवरों ने नोच खाया था। डेड बॉडी की पहचान तक
मुश्किल थी।
पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट ने बताई हैवानियत की दास्तान
रोहतक की निर्भया की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने हैवानियत की
उस कहानी से पर्दा हटाया जिसे पढ़ आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे।
रिपोर्ट में पाया गया कि गैंग रेप के बाद लड़की के निजी अंगों में
पत्थर डाले गए थे। इसके अलावा भी कई चीजों को शरीर के अंदर
डाल दिया गया था।
युवती की बच्चेदानी में कॉन्डम मिले थे। इस हैवानियत में शामिल
दोषियों ने अपने इकबालिया जुर्म में खौफनाक बात बताई।
दोषियों ने बताया कि एक ने उसकी बांह मरोड़ रखी थी, जबकि
दूसरे ने उसके पैरों को खींचा था। एक दोषी ने उसके निजी अंग में
नोकीला पत्थर डाला जबकि दूसरे ने ब्लेड घुसा दिया।
एक दोषी ने अपने बयान में कहा कि उस समय उनमें से किसी का
दिमाग काम नहीं कर रहा था। शराब के नशे में सब होता चला
गया। उसने कहा था कि वो सब तो केवल मजा लेना चाहते थे। पता
नहीं ये कैसे हो गया।
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