'नाम उजागर कर शर्मिंदा करो' (नेम ऐंड शेम) के अपने अभियान को
आगे बढ़ाते हुए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने टैक्स चोरों की तीसरी
लिस्ट जारी कर दी है। बुधवार को जारी इस लिस्ट में 18 टैक्स
चोरों के नाम हैं।
इनमें सोने और हीरे के व्यापारी भी शामिल हैं। इन लोगों पर
करीब 1,150 करोड़ रुपये का टैक्स बकाया है।
आय कर विभाग के सार्वजनिक नोटिस में उन 18 लोगों के नाम हैं
जिनका कोई सुराग नहीं मिल रहा या जिनके पास टैक्स चुकाने के
लिए पर्याप्त संपत्ति ही नहीं है। इससे पहले विभाग ने दो अलग-
अलग लिस्ट जारी कर कुल 49 टैक्स चोरों के नाम जाहिर किए थे।
इन 49 लोगों पर कुल 2,000 करोड़ रुपये का बकाया है।
टैक्स डिफॉल्टरों की लिस्ट इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तैयार की है
लेकिन लिस्ट में शामिल नामों को देश के बड़े राष्ट्रीय अखबारों
के जरिए वित्त मंत्रालय सार्वजनिक कर रहा है। अखबारों में टैक्स
डिफॉल्टरों के नाम या पहचान के साथ-साथ उनका आखिरी
ज्ञात पता, पैन नंबर्स, बकाया राशि, आमदनी का आखिरी
ज्ञात स्रोत और उस आकलन वर्ष का उल्लेख किया जा रहा है
जिसके लिए उन्होंने उचित टैक्स नहीं चुकाए।
नई लिस्ट में मुंबई के स्वर्गीय उदय एम. आचार्य और उनके कानूनी
उत्तराधिकारी अमूल आचार्य तथा भावना आचार्य के नाम हैं,
जिन पर कुल 779.04 करोड़ रुपये का भारी-भरकम टैक्स बकाया है।
सूची में शामिल 18 लोगों में कुछ के नाम के सामने आय के स्रोत
की जगह जूलरी, डायमंड्स, गोल्ड का व्यापार लिखा हुआ है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के एक सीनियर अधिकारी ने बताया,
'पर्सनल इनकम टैक्स और कॉर्पोरेट इनकम टैक्स की कैटिगरी के तहत
आने वाले इन 18 डिफॉल्टरों पर कुल 1,152.52 करोड़ रुपये का
बकाया है।' उन्होंने बताया कि डिपार्टमेंट की तरफ से
डिफॉल्टरों की यह तीसरी सूची है।
Loading...