Loading...

नीतीश की जीत के पीछे इस शख्स का बड़ा हाथ, कभी था मोदी के साथ

प्रशांत किशोर वो नाम है जिन्होंने नरेंद्र मोदी को गुजरात के सीएम से देश के पीएम की कुर्सी तक पहुंचाने के लिए बड़ी भूमिका निभाई। प्रशांत किशोर कभी नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार की कमान संभालते थे। लेकिन अब वो नीतीश कुमार के लिए नारे लिखते हैं, और अब उन्हें नीतीश की जीत के साथ ही इस चुनावी अभियान का आर्किटेक्ट कहा जाने लगा है।

'अबकी बार मोदी सरकार' प्रशांत किशोर का दिया ही नारा है, उन्होंने अब नीतीश के लिए 'फिर एक बार नीतीश कुमार' का नारा दिया। बिहार में नीतीश की जीत के बाद अब पटना की सड़कों पर पोस्टर लगे हैं- हां भैया, बिहार में बहार है, फिर एक बार Mr. Kumar है। कहा जाता है कि 25 साल बाद लालू और नीतीश के साथ आने की वजह प्रशांत किशोर ही है। प्रशांत ने ही इसकी सलाह दी थी। प्रशांत ने दिसंबर 2014 में नीतीश के चुनावी अभियान की कमान संभाली थी।

प्रचार की सफल रणनीति

हर राजनीतिक पार्टियां डोर टू डोर कैंपेनिंग करती हैं। लेकिन प्रशांत ने प्रचार का तरीका ही बदल दिया। पार्टी कार्यकर्ता जब किसी दरवाजे पर जाते तो नीतीश की लिखी चिट्ठी उनके हाथ में होती। वे लोगों से एक मोबाइल नंबर पर मिस कॉल करवाते और बदले में उन्हें नीतीश का रिकॉर्डेड मैसेज आता।

पोस्टर के रंगों का चुनाव भी किया

बिहार की सड़कों पर नीतीश के जो पोस्टर लगाए गए उनके रंगों का चयन भी रणनीति का हिस्सा था। मोदी के भगवा रंगों के पोस्टर के साथ नीतीश के पीले रंग के पोस्टरों का इस्तेमाल किया। क्योंकि पीला रंग अलग ही चमकता है, लेकिन चुभता नहीं है।