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NIA के सबूतों के सामने 'क्लीन बोल्ड' हुईपाकिस्तानी जांच टीम

नैशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने सोमवार को पाकिस्तान से आई
जांच टीम के सामने पठानकोट हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के शामिल
होने से जुड़े सबूत पेश किए। कहा जा रहा है कि पांच सदस्यीय
पाकिस्तानी जांच टीम NIA के इन सबूतों को खारिज नहीं कर
सकी।
NIA ने पाक JIT को AK-47, पिस्टल और ग्रेनेड जैसे हथियार,
दूरबीन, GPS डेवाइस, दवाएं, कपड़े, खाने के पैकेट, खजूर, तार काटने
वाले औजार और जूते दिखलाए, जो या तो 'पाकिस्तान में बने' थे
या खरीदे गए थे। पाकिस्तानी जांच टीम को वे फोन नंबर और
हमलों के दौरान पाकिस्तान से इंटरसेप्ट किए गए फोन कॉल्स की
डीटेल दिखाया गया जो उनके यहां से हुए थे।
जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर के भाई रउफ असगर
के फोन नंबर भी पाक JIT से शेयर किया गया। करीबी सूत्रों का
कहना है कि पाकिस्तानी जांच टीम इनमें से किसी सबूत का
विरोध नहीं कर सकी और खामोशी से इनकी नोटिंग लेती रही।
NIA के महानिदेशक शरद कुमार ने बतायाकि यह बैठक सौहार्दपूर्ण
माहौल में हुई और पाकिस्तानी पक्ष का रवैया 'सहयोगात्मक'
था। NIA ने पठानकोट हमले और पिछले साल साम्बा और कठुआ में
हुए हमलों के बीच की समानताओं का भी हवाला दिया जिनमें
ठीक वैसे ही GPS सेट और वायरलेस उपकरणों का इस्तेमाल किया
गया था।
आतंकियों के काम करने का तरीका भी वैसा ही था जैसे गाड़ी
अगवा करना, एनर्जी ड्रिंक 'रेड बुल', तार काटने वाले औजार और
पूर्वी यूरोप, रूस और चीन में बने वे हथियारों का इस्तेमाल जो
अफगानिस्तान-पाकिस्तान के इलाके में आसानी से मिल जाते हैं।