Loading...

साइबर ठगों के ISI और पाकिस्तान कनेक्शन का पर्दाफाश

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को हवाला के जरिये हर माह करोड़ों भेजने वाले छह साइबर ठगों को भागलपुर पुलिस ने शनिवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया। इन शातिरों के पाकिस्तान और सऊदी अरब में सक्रिय आतंकी सरगनाओं से भी तार जुड़े होने के संकेत मिले हैं।

ये शातिर साइबर ठगी से प्राप्त राशि अपने फर्जी बैंक खाते में मंगवाते थे और अपना कमीशन 30 फीसद तक लेने के बाद उसे पाकिस्तान भेज देते थे। इसका संचालन पाकिस्तान से किया जाता था। पाकिस्तान में बैठे एजेंट यहां के स्थानीय लोगों को मोबाइल पर एसएमएस भेजकर या कॉल कर लाटरी फंसने झांसा देते थे।

बैंक खाता संख्या देकर उनसे बड़ी रकम जमा करवा लेते थे। शनिवार को एसएसपी विवेक कुमार ने प्रेसवार्ता कर इस खेल का पर्दाफाश किया।

पुलिस को इनके पास से 50 एटीएम कार्ड्स, 12 मोबाइल फोन, बैंक से संबंधित जमा पर्ची, कई पासबुक आदि मिले हैं। इनके मोबाइल फोन से आइएसआइ एजेंट और उनसे जुड़े आतंकियों के नंबर और उन्हें भेजे गए एसएमएस व एकाउंट नंबर की जानकारी भी पुलिस के हाथ लगी है।

पुलिस इनके मोबाइल में सेव नंबरों की गहराई से पड़ताल कर रही है। गिरफ्तार छह शातिरों के पास से बरामद मोबाइल पर पाकिस्तान से कई फोन कॉल्स आ रहे हैं। अधिकांश नंबर पाकिस्तान और सऊदी अरब के हैं। इन शातिरों की गिरफ्तारी में पटना एटीएस टीम का रोल भी महत्वपूर्ण रहा।

शुक्रवार से एटीएस पटना की टीम भागलपुर एसएसपी के संपर्क में थी और यहां के साइबर ठगों के पाकिस्तानी कनेक्शन की जानकारी दे उनकी गिरफ्तारी की रणनीति तभी तय कर ली थी। भागलपुर पुलिस और एटीएस पटना की टीम संयुक्त रूप से शनिवार की सुबह यहां के मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के मिरजानहाट निवासी जितेंद्र कुमार, तिलकामांझी थाना क्षेत्र के मुंदीचक निवासी नवीन कुमार, बरारी थाना क्षेत्र के खंजरपुर निवासी परवेज अंसारी, इशाकचक थाना क्षेत्र निवासी मंटा मंडल और लखीसराय निवासी गोपाल गोयल को गिरफ्तार कर लिया।

ठगी के करोड़ों रुपये का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में

पुलिस के अनुसार पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ एजेंट और उनसे ताल्लुक रखने वाले आतंकी संगठन के तकनीकी सेल तक इन एजेंटों के माध्यम से प्रति माह करोड़ों में ठगी का रकम जाती है। इसके लिए बिहार-झारखंड-बंगाल में से जुड़े आतंकी बाकायदा अपना ग्रुप छोड़ रखे हैं।

पटना, आरा, बक्सर, लखीसराय, बेगूसराय, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, सिवान, भागलपुर, गया, नालंदा, सीमांचल के जिलों के अलावा झारखंड के रांची, जमशेदपुर, धनबाद, हजारीबाग में भी ऐसे साइबर ठगों की सक्रियता है, जिनके आतंकी कनेक्शन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ और सऊदी अरब में सक्रिय एजेंटों और आतंकी संगठनों से जुड़े हैं।