दिल्ली पुलिस ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके खतरनाक साजिशों का पर्दाफाश किया है। इन लोगों की उम्र 19 से लेकर 23 के बीच बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, ये सभी सीरिया और इराक में मौजूद अपने आका से लगातार संपर्क में रहकर गणतंत्र दिवस से ठीक पहले धमके को अंजाम देने की योजना बना रहे थे।
इनके निशाने पर हरिद्वार का अर्धकुंभ, दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शॉपिंग मॉल्स जैसे साकेत का सेलेक्ट सिटीवॉक, वसंत कुंज का डीएलएफ प्रोमेनेड और नोएडा का ग्रेट इंडिया पैलेस था।
चार लोगों की गिरफ्तारी से आतंकी संगठन आईएसआईएस की भारत में उपस्थिति का पहली बार पता चला है जो सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरनाक है। पुलिस के मुताबिक, आईएसआईएस के ये चारों सदस्य आईईडी बनाने के बेहद नजदीक थे और ये अपने आका से व्हाट्स एप, फेसबुक और वीओआईपी के जरिए संपर्क कर हथियार खरीद रहे थे।
पुलिस अधिरकारी के मुताबिक उनके पास इस बात के पुख्ता सुबूत हैं कि ये सभी पश्चिमी एशिया में मौजूद आईएसआईएस के लोगों से लगातार संपर्क में थे।
चारों गिरफ्तार किए गए हैं उनमें से एक अखलाक उर-रहमान रुड़की के पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग कॉलेज में तीसरे वर्ष का छात्र है जिसे परीक्षा देने के लिए कॉलेज में प्रवेश करते समय पुलिस ने धर दबोचा।
मोहम्मद ओसामा और अजीज स्थानीय कॉलेज से बीए कर रहा है जबकि, मेहराज नाम का एक शख्स आयुर्वेदिक दवाईयों में बैचलर की पढ़ाई कर रहा है।
संदिग्धों ने कई जगहों को बनाया था निशाना
आठ फरवरी को हरिद्वार में होनेवाले अर्धकुंभ को निशाने पर लेने के अलावे आईएसआईएस के इन आतंकियों के निशाने पर वो लोकप्रिय मॉल्स थे जहां पर रोजना हजारों लोग आते हैं। पकड़े गए इन लोगों ने ऐसी कई जगहों की रेकी भी की थी जिसे वो अपना निशाना बनाना चाहते थे।
सूत्रों के मुताबिक, ये चारों लोग आईएसआईएस में भर्ती करनेवालों को फेसबुक के जरिए संपर्क में आए और उसके बाद व्हाट्स एप्प और हाइक के जरिए ये लगातार आपसी संवाद करने लगे। उसके बाद इन लोगों से कहा गया कि इंटरनेट पर उपलब्ध आईएसआईएस का लिटरेचर और इस संगठन के मुखपत्र दाबिक पढ़ें।
आईएस के इन चारों गुर्गों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है जहां पर आईबी और स्पेशल सेल की तरफ से पूछताछ कर उनके बारे में कई राज उगवाए जाएंगे।
इन्हें छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और यूपी के कई इलाकों में ले जाकर इनके सहयोगियों से मिलवाया जाएगा और वहां से आइईडी बनाए जाने के लिए जो चीजें इनके पास है उन्हें जब्त की जाएगी।