भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि अगले चुनाव में उनका अंजाम भी इंदिरा गांधी जैसा ही होगा।
शनिवार को गोवा के डोना पाओला में "मुश्किल संवाद" विषय पर एक परिचर्चा में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि हमारी राजनीतिक व्यवस्था में संवादहीनता के लिए कोई स्थान नहीं है। भारतीय लोकतंत्र की यह एक बड़ी ताकत है।
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी के एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा कि जो लोग संवाद प्रक्रिया में विश्वास नहीं रखते हैं, उन्हें देश की जनता मिट्टी में मिला देती है। आप सिर्फ अगले चुनाव तक इंतजार कीजिए।
आपातकाल के बाद हुए चुनाव में कांग्रेस के पराजय की ओर इशारा करते हुए सिन्हा ने कहा कि इस तरह की संवादहीनता का वैसा ही अंजाम होगा, जैसा 1977 में हुआ था। सिन्हा ने हालांकि मोदी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन स्पष्टतः उनका इशारा प्रधानमंत्री की ओर ही था।
पूर्व मंत्री ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि विपक्ष संसद को चलने नहीं दे रहा है। कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने स्थायी समिति की बैठक में जीएसटी पर कोई सवाल नहीं उठाया, वे लोग ही बाद में उसका विरोध करने लगे।
वाजपेयी सरकार में वित्त और विदेश मंत्री रह चुके सिन्हा ने कहा कि उस जमाने में विपक्ष से बातचीत करके हमने कई अहम विधेयकों को संसद से पारित करवा लिया था। उल्लेखनीय है कि सिन्हा जब-तब मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं।
भाजपा नेता शायना एनसी ने कहा कि हर एक नेता को अपनी बात कहने का अधिकार है लेकिन यशवंत सिन्हा ने जो कुछ कहा है कि ऐसा लग रहा है कि उनमें असंतोष है।