फॉक्स न्यूज की एक पत्रकार ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी
राष्ट्रपति बराक ओबामा का स्पीच के दौरान रोना एक 'नाटक' था। ओबामा
अमेरिका में मास शूटिंग की बढ़ती वारदात और उसके एक वाकये
को याद करते हुए अपनी स्पीच के दौरान बेहद भावुक हो गए
थे। वह 2012 में सैंडी हूक स्कूल शूटिंग में मारे गए 20 बच्चों को याद
करते हुए रो पड़े थे।
न्यूज चैनल पर बहस के दौरान फॉक्स न्यूज की पत्रकार एन्ड्रेआ
टैन्टर्स ने कहा कि ओबामा के आंसू पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'मैं मंच की जांच करना चाहूंगी कि कहीं
कच्चे प्याज और 'नो मोर टीयर्स शैम्पु' तो नहीं थे। मेरा मानना
है कि यह बिल्कुल विश्वास करने लायक नहीं है। अभी
सम्मान पाने का मौसम है।' इस प्रोग्राम की को-होस्ट मेलिसा फ्रांसिक्स ने
भी ओबामा के रोने की व्याख्या करते हुए कहा कि ओबामा का रोना
बैड पॉलिटिकल थिअटर की तरह है।
ओबामा ने अमेरिका में मास शूटिंग को रोकने के लिए बंदूक खरीदने वालों के
बैकग्राउंड की व्यापक जांच को अनिवार्य बनाने की बात
कही है। हालांकि ओबामा की इस पहल की अमेरिका
में जमकर आलोचना भी हो रही है। ओबामा ने
स्पीच देते हुए कहा था, 'हर वक्त मैं उन बच्चों के बारे में सोचता हूं।
इन्हे सोचते हुए मैं पागल हो जाता हूं।' इतना कहकर ओबामा रो पड़े थे और वह
खुद से आंसू पोंछते दिखे थे।
यह पहली बार नहीं है जब फॉक्स न्यूज ने ओबामा
की इतनी कड़ी आलोचना की है। इससे
पहले दिसंबर में फॉक्स न्यूज पर एक विश्लेषक लेफ्टिनेंट कर्नल राल्फ
पीटर ने ओबामा के लिए लाइट टीवी पर
आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। कर्नल ने यह भी कहा था कि
ओबामा आईएसआईएस से लड़ने में डरते हैं। एक और एंकर ने ओबामा के लिए
आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि इन्हें दो हफ्ते बाद ही
फॉक्स न्यूज से निलंबित कर दिया गया था।
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