गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंकी हमले को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षाबल पूरी तरह से मुस्तैद हैं। देशभर के अलग अलग राज्यों से अब तक आतंक के 25 चेहरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने आज अलर्ट जारी किया है, अलर्ट में पठानकोट से किराए पर लिए गए उस कार का जिक्र है जिसके ड्राइवर की रहस्यमय हालात में लाश मिली थी। ये दूसरी वारदात है जिसमें कार का पता नहीं चल पा रहा है,इससे पहले नोएडा से आइटीबीपी के एक वरिष्ठ अधिकारी की नीली बत्ती वाली कार लापता हो गयी थी।
एनआइए पांच संदिग्धों की हैदराबाद में तलाश कर रही है। कल बेंगलुरु में फ्रेंच कॉन्सुलेट को एक ईमेल मिला था जिसमें राष्ट्रपति ओलांद को भारत न आने की धमकी दी गयी थी। पुलिस के मुताबिक ये मेल चेन्नई से भेजा गया था। इससे दिल्ली पुलिस की की स्पेशल सेल ने उत्तराखंड के रूड़की से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया था जिनके आइएस से संबंध हो सकते हैं।
दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस के मौके पर आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में 17 वर्षीय एक छात्र को गिरफ्तार किया है। इस छात्र पर अारोप है कि इसने बाबरी मस्जिद की 22वीं बरसी पर इस हमले को करने की साजिश रची थी। बाबरी मस्जिद को गिराए जाने और इसको लेकर अपने गुस्से का इजहार इस छात्र ने फेसबुक पेज पर भी शेयर किया था। इसके अलावा भी उसने कई सारी बातें इस पर शेयर की थीं। गिरफ्तार अखलाकउर रहमान रुड़की पोलिटेकनिक से पढ़ाई कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक इस हमले को आईएसआईएस के साथ करने की साजिश रची गई थी। दरअसल अखलाक ने जब अपने गुस्से का इजहार फेसबुक पेज पर किया तो उस मैसेज को कई लोगों ने लाइक भी किया। इसके अगले ही दिन उसके पास किसी यूसुफ अल का एक मैसेज आया। उसने अपने को आईएस का उपदेशक बताया।
उसने अखलाक के खतरनाक जज्बे को पहचानते हुए उसको चैट करने के लिए इनवाइट किया और कहा कि वह उसकी सोच और उसके जज्बे को सही दिशा देने का काम कर सकता है। चैट के दौरान यूसुफ ने अखलाक को पढ़ाई में वक्त बर्बाद करने से मना किया, जिसको मानने से अखलाक ने साफ इंकार कर दिया। धीरे-धीरे यह बात भारत और विश्व स्तर पर आ गई। अखलाक ने जांच के दौरान बताया कि यूसुफ लगातार उसकी बातों को बेहद ध्यान से सुनता रहा। इस दौरान मुस्लिमों को सामाजिक रूप से उठाने पर भी बात हुई।
कुछ बातचीते के बाद ही यूसुफ ने अखलाक को इसके मुस्लिमों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ खड़े होने और जंग छ़ेड़ने को राजी कर लिया। उसने बताया कि इसके खिलाफ लड़कर ही जीता जा सकता है। इसी दौरान उसने अखलाक का टेस्ट भी लिया जिसमें वह ऑनलाइन पास भी हो गया। इस दौरान यूसुफ ने अखलाक से पूछा कि क्या वह इस्लाम के लिए आईएस के साथ सीरिया में लड़ना चाहेगा। इसके जवाब में अखलाक ने हां में जवाब दिया। जिसके बाद यूसुफ ने उसके लिए इंतजाम करने की बात भी कही थी।
पुलिस अखलाक की गिरफ्तारी को एक बड़ी कामयाबी मान रही है। पुलिस का मानना है कि अखलाक से यूसुफ बनकर बात करने वाला दरअसल भारत में आईएस कमांडर शफी है, जिसका भाई सुलतान आईएस लड़ाका था और पिछले वर्ष सीरिया में लड़ाई के दौरान मारा गया था। जांच के दौरान अखलाक ने बताया कि यूसुफ ने उसको कहा था कि उन्हें ऐसे ही लोग चाहिएं जो इस्लाम के लिए मरने और मारने से भी न डरते हो। इनके अलावा भी पुलिस ओसामा, अजीज और मेहराज को गिरफ्तार किया है।