बिहार में हाल ही में गठबंधन सरकार बनाने वाली जेडीयू-आरजेडी
के बीच अब मतभेद खुल कर सामने आने लगे हैं। आरजेडी के उपाध्यक्ष
और वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने राज्य में बिगड़ती हुई कानून
व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठाए हैं।
रघुवंश ने कहा है कि नीतीश कुमार अपनी जीत की खुशी में मस्त हैं
और बिहार की जनता त्रस्त है। बता दें कि हाल ही में आरजेडी
प्रमुख लालू प्रसाद ने भी कानून व्यवस्था पर नीतीश को सुझाव
दिए थे।
रघुवंश ने बुधवार को राज्य के हालात पर चिंता जताते हुए यह कहा
कि कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी ड्राइविंग सीट (मुख्यमंत्री
पद) पर बैठे शख्स की है। उन्होंने कहा कि बिहार में हाल में कुछ
इंजिनियरों की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश में
कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून
व्यवस्था बहाल करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। रघुवंश ने
कहा, 'सरकार की ड्राइविंग सीट पर बैठे नीतीश कुमार को कानून
व्यवस्था की स्थिति और बेहतर बनाने के लिए कडे़ कदम उठाने
चाहिए। हमारी पार्टी आरजेडी तो पिछली सीट पर बैठी है और
सुरक्षित गाड़ी चलाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पर है।'
कानून-व्यवस्था पर नीतीश को लालू की सलाह और उस पर जेडीयू
प्रवक्ता नीरज कुमार के बयान पर रघुवंश ने कहा कि जेडीयू के
लोगों को जयकार सुनने की आदत हो गई है, लेकिन उन्हें जनता के
लिए समस्या बने अपराध पर काबू पाने के लिए कडे़ कदम उठाने
चाहिए। उन्होंने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार में
अपराध की स्थिति को लेकर उचित कहा है और उसे मानना
चाहिए।
उनके बयान के बाद जेडीयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक
ने कहा कि बिहार को बुरे दिन से उबारने का नीतीश कुमार का
ट्रैक रेकॉर्ड रहा है, इसलिए कानून व्यवस्था को लेकर उन्हें सुझाव
देने की जरूरत नहीं है। उन्होंने रघुवंश के विचार पर प्रतिक्रिया
व्यक्त करते हुए कहा कि क्या बच्चा भी सुझाव दे सकता है?
उधर, नीतीश का बचाव करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य
के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि कानून-व्यवस्था
हमेशा से नीतीश कुमार की यूएसपी रही है और वह इस बार भी
हालात से निपट लेंगे।
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