दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दफ्तर
पर सीबीआई की छापेमारी को लेकर
बीजेपी के अंदर से ही सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
बिहार चुनाव के वक्त से ही पार्टी से नाराज चल रहे शत्रुघ्न
सिन्हा ने दिल्ली सचिवालय में छापेमारी की टाइमिंग पर
सवाल उठाया है। पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न ने कहा कि छापेमारी
की कार्रवाई के लिए यह सही वक्त नहीं था, क्योंकि
इस दौरान संसद का सत्र चल रहा है।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह केजरीवाल की
भाषा का समर्थन नहीं करते हैं। शत्रुघ्न ने ट्वीट में लिखा,
'प्रार्थना करता हूं कि यह मामला हमें उल्टा न पड़ जाए। देखने वाली बात
है कि इस मामले की शुरुआत किसने की थी।'
शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा कि राजनीति में टाइमिंग सबसे महत्वपूर्ण
होती है। यह सही समय नहीं था। मैं प्रार्थना
करता हूं कि हमारे लिए यह कदम उल्टा न पड़ जाए। सिन्हा ने कहा कि
उम्मीद करता हूं कि लोगों को सद्बुद्धी मिले।
बीजेपी सांसद ने लिखा, 'डैशिंग और ऐक्टिंग पीएम के
खिलाफ जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल दिल्ली के
सीएम ने किया है, उसे सही नहीं कहा जा सकता।'
इस बीच सीबीआई ने कहा कि दिल्ली
सचिवालय में कोर्ट के सर्च वॉरंट के साथ छापा मारा गया था। यह छापा दिल्ली
के सीएम के दफ्तर पर नहीं था, वह लोगों को गुमराह करने का
काम न करें।
गौरतलब है कि मंगलवार को सीबीआई ने मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर छापा मारा
था। इसके बाद से ही दिल्ली और केंद्र सरकार के
बीच तनातनी जारी है। अरविंद केजरीवाल
ने तो ट्वीट पर पीएम नरेंद्र मोदी को
'मनोरोगी' तक बता दिया था।