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रेलवे ने देर रात ढहाई झुग्गी, बच्चे की मौत, केजरीवाल बौखलाए

रविवार तड़के सुबह नई दिल्ली के शकुर बस्ती इलाके की एक झुग्गी
में शनिवार देर रात रेलवे अधिकारियों द्वारा बस्ती खाली
करवाने के लिए चलाए गए तोड़-फोड़ अभियान में एक बच्चे की मौत
हो गई। इस कार्यक्रम में लगभग 500 लोगों को झुग्गी से बाहर
निकाल दिया गया।
रेलवे अधिकारियों ने इस झुग्गी में बनी झोपड़ियों को ढहा
दिया। देर रात चलाए गए इस अभियान के कारण यहां रहने वाले
सैकड़ों परिवारों को, जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल है, ठंड में
रात बाहर खुले में बितानी पड़ी। पिछले कुछ दिन से राजधानी
दिल्ली में ठंड का असर बढ़ रहा है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने रेलवे की जमीन से अवैध
कब्जे को हटाकर वहां नए यात्री टर्मिनल बनाने के लिए जगह
खाली कराई। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत रविवार सुबह 10
बजे के करीब हुई। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि झुग्गी तोड़ने
के उनके अभियान का बच्चे की मौत से कोई लेना-देना नहीं है।
एक रेलवे अधिकारी ने एएनआई को बताया, 'रेलवे की ओर से उस
जमीन पर अवैध कब्जा कर वहां रह रहे लोगों को कई नोटिस भेजे
गए। पिछले 9 महीने के दौरान हमने इस सिलसिले में उन्हें कोई
नोटिस भेजे, लेकिन किसी ने जगह खाली नहीं की।'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झुग्गी को ढहाए जाने के
तुरंत बाद वहां पहुंचे। उन्होंने कहा, 'लगभग 500-700 झोपड़ियों को
गिराया गया।' उन्होंने दावा किया कि यह झुग्गी उस जगह पर
20 साल से भी ज्यादा समय से बनी हुई थी।
सीएम ने झुग्गी के प्रभावित लोगों के लिए सरकार की ओर से
तत्काल सहायता देने की घोषणा की। इस वाकये से बौखलाए
केजरीवाल ने कहा, 'जिन अधिकारियों ने यह किया है, वे बेहद
अमानवीय और क्रूर हैं। ईश्वर भी उन्हें माफ नहीं करेगा।' सीएम ने
इस मामले में 2 एसडीएम को निलंबित करने की भी घोषणा की।
उन्होंने एक ट्वीट कर लिखा, '2 SDM और एक SE को सहायता
मुहैया नहीं कराने के लिए निलंबित कर दिया गया है।
अधिकारियों को आदेश दिया है कि पीड़ितों के लिए खाने और
कंबल का इंतजाम किया जाए।'
रेलवे द्वारा अपनी सफाई में यह कहे जाने पर कि जमीन पर अवैध
कब्जा हटाने के लिए कार्रवाई की गई, सीएम ने ट्वीट कर लिखा,
'अदालत का आदेश है कि दिल्ली के कुछ अमीरों और राजनेताओं
की संपत्ति ढहा दी जाए। उन आदेशों पर कभी अमल नहीं किया
गया।'

सीएम केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने
इस मसले पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु से भी बातचीत की। उन्होंने लिखा,
'मैंने रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभु से भी अभी बात की। उन्होंने कहा कि
उन्हें भी इस अभियान के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। वह भी
इस बारे में जानकर हैरान रह गए।'