कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी शनिवार को नैशनल हेरल्ड केस में
कोर्ट में पेश होंगी। सोनिया ने कोर्ट में पेशी को लेकर सस्पेंस को
खत्म करते हुए शनिवार को एक सवाल के जवाब में कोर्ट में पेश होने
को लेकर हामी भरी है। हालांकि उन्होंने इस मामले पर और कुछ
बोलने से इनकार कर दिया।
सोनिया के साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व इस मामले के
अन्य आरोपियों मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस के भी
कोर्ट में पेश होने की संभावना है। हालांकि ऐसी अटकले हैं कि वे
शायद जमानत के लिए आवेदन न करें।
सोनिया और राहुल शनिवार दोपहर अदालत में उपस्थित होने के
बाद क्या रुख अपनाएंगे, इसको लेकर पार्टी चुप्पी साधे हुए है।
प्रक्रिया के तहत जब किसी आरोपी को समन किया जाता है
तो वह अदालत के समक्ष उपस्थित होकर जमानत की मांग करता है
जिसे अदालत मंजूर कर सकती है या अन्यथा आरोपी को न्यायिक
हिरासत में ले लिया जाता है।
अगर आरोपी जमानत के लिए आवेदन नहीं करता है तो अदालत उसे
न्यायिक हिरासत में ले सकती है। ऐसी अटकल है कि सोनिया और
राहुल शायद जमानत की कोशिश नहीं करें और हिरासत में लिया
जाना पसंद करें ताकि हेरल्ड मामले में वे राजनीतिक मुद्दा बना
सकें।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'हम न्यायिक
प्रक्रिया का सम्मान करते हैं और अदालत की प्रक्रिया के समक्ष
खुद को पेश करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को न्यायिक
प्रक्रिया में पूरा विश्वास है। वे वकीलों की सलाह के मुताबिक
कदम उठाएंगे।'
दोनों की पैरवी कर रहे वकील अभिषेक सिंघवी ने इस सवाल का
स्पष्ट जवाब नहीं दिया कि क्या वे जमानत के लिए आवेदन करेंगे।
सिंघवी ने कहा, 'हम अपनी रणनीति साझा नहीं कर सकते। मैंने इस
मुद्दे पर किसी से बात नहीं की है। मैं इस पर बोल नहीं सकता।'
पार्टी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के प्रति एकजुटता दिखाते हुए
अनेक पार्टी पदाधिकारी और सांसद उनके साथ अदालत जा सकते
हैं।
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