बिहार के दरभंगा से बीजेपी सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति झा
आजाद दिल्ली ऐंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए)
में तथाकथित गड़बड़ियों को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली
पर लगातार निशाना साध रहे हैं। अब जेटली का कहना है
कियूपीए के शासनकाल में आजाद कांग्रेस प्रेजिडेंट सोनिया
गांधी से मिले थे जिसके बाद जांच शुरू की गई थी।
मुझे निबटाने की साजिश हुई: जेटली
मीडिया के साथ इंटरव्यू में
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व से आजाद की मीटिंग में
उन्हें (जेटली को) निशाना बनाने की योजना बनी। जेटली ने
कहा, 'संसद के एक सदस्य ने कांग्रेस सरकार से लिखित में शिकायत
की, वह सोनिया गांधी से मिले और दोनों ने कहा कि वह मुझे
निबटा देंगे।'
हालांकि, जेटली ने कीर्ति आजाद का नाम नहीं लिया, लेकिन
उनके संदर्भों से यह छिपा नहीं रह जाता है क्योंकि आम आदमी
पार्टी और कांग्रेस नेता बार-बार आजाद को ही कोट कर रहे हैं
और वह (आजाद) डीडीसीए में हुई तथाकथित गड़बड़ियों के खुलासे
के लिए रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले हैं। खबरों में कहा
गया है कि बीजेपी प्रेजिडेंट अमित शाह ने आजाद को जेटली के
खिलाफ नहीं बोलने की चेतावनी दी और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी
रोकने को कहा है, लेकिन आजाद अपनी योजना पर अटल हैं।
प्रक्रियागत खामियां, फर्जीवाड़ा नहीं: जेटली
आजाद और कांग्रेस की तथाकथित साजिश पर जेटली ने कहा,
'इसलिए, उन लोगों ने मामले को सीरियस फ्रॉड्स ऑफिस
(एसएफआईओ) को सौंप दिया। साल 2013 में एसएफआईओ ने यह
कहते हुए एक रिपोर्ट सौंपी कि कंपनी में प्रक्रियागत गड़बड़ियां
हैं, लेकिन फर्जीवाड़े का कोई मामला नहीं बनता है। मेरे मामले में
कुछ सदस्य उनकी प्रक्रियागत खामियों के लिए जिम्मेदार हैं। ये
सभी विभिन्न स्तर के विचलन हैं और जहां तक जेटली का मामला
है, वह जिम्मेदार नहीं है। पूरा मामला खत्म हो गया।'
आप के आरोप तथ्यहीन, डीडीसीए से छिन सकती है
मेजबानी: जेटली
जेटली ने आप के इस आरोप का भी खंडन किया कि उनके
पारिवारिक सदस्य उस स्पोर्ट्स फर्म से जुड़े हैं जिसे डीडीसीए से
कॉन्ट्रैक्ट मिला है। उन्होंने कहा, 'मेरे किसी पारिवारिक सदस्य
ने किसी भी तरह के बिजनस में एक भी पैसे का फायदा नहीं
उठाया है।' उन्होंने कहा कि पुराने तथ्यहीन आरोपों को दिल्ली
के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इसलिए उठा रहे हैं क्योंकि
सीबीआई ने उनके एक प्रमुख पदाधिकारी के ऑफिस पर
छापेमारी की है। जेटली ने आशंका व्यक्त की कि डीडीसीए के
खिलाफ आप के अभियान से अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे
पुरुष और महिला टी-20 वर्ल्ड कप के 11 संभावित मैचों की
मेजबानी छिन सकती है।
केजरीवाल या दिल्ली सरकार का मामले से लेना-देना ही
नहीं: जेटली
उन्होंने सवाल उठाया, 'तीन साल के बाद यह हंगामा क्यों?
क्योंकि आप ध्यान बंटाना चाहते हैं। मेरे नजरिया साफ है। इससे
केजरीवाल या दिल्ली सरकार का क्या लेना-देना है? कंपनियां
राज्य सरकारों के अंदर नहीं आतीं। असोसिएटेड जर्नल्स और यंग
इंडियन (नैशनल हेरल्ड केस में) की जांच मध्य प्रदेश सरकार नहीं कर
सकती।'
सीबीआई ने वित्त मंत्रालय की भी ली थी तलाशी: जेटली
जेटली ने कहा कि आप के झूठे प्रचार की कोई सीमा नहीं है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने कभी भी केजरीवाल के ऑफिस पर
छापेमारी नहीं की जैसा कि उनकी पार्टी दावा करती है।
भ्रष्टाचार के मामले की जांच में कोई टैबू नहीं होना चाहिए।
वित्त मंत्री ने कहा, 'जब एफआईपीबी के आधिकारिक दस्तावेज
लीक हुए थे तब वित्त मंत्रालय की तलाशी ली गई थी, तब भी मैं
वित्त मंत्री था। क्या मैं बोल सकता हूं कि मेरे ऑफिस की
तलाशी ली गई? सीबीआई ने डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रीज
आईआईपी और फाइनैंस मिनिस्ट्री की तलाशी ली। तो अगर
किसी अधिकारी ने अपराध किया है तो जांच करने में गलत क्या
है?
Loading...