भारत ने कहा है कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है, लिहाजा उसने
पाकिस्तान के साथ बातचीत जारी रखने का फैसला किया है।
सरकार के मुताबिक, बातचीत ही आतंकवाद की छाया से निकलने
का एकमात्र तरीका है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लोकसभा में
कहा कि 30 नवंबर को पेरिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच पेरिस में बनी
सहमति और इससे पहले रूस के उफा में हुई बातचीत मद्देनजर भारत और
पाकिस्तान ने आतंकवाद पर बातचीत का फैसला किया है।
सुषमा ने कहा, 'हमने कहा कि हम बातचीत कर सकते हैं, ताकि
आतंकवाद का खात्मा हो सके।' प्रश्नकाल के दौरान विदेश मंत्री
ने बताया, 'इसी वजह से बैंकॉक में बातचीत हुई, जहां हमने
आतंकवाद पर चर्चा की। हालांकि, एक बैठक से सभी समस्याओं
का हल नहीं निकलेगा। लिहाजा, हम बातचीत जारी रखेंगे।'
दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने सवाल
किया था कि क्या भारत वैसे विकल्प पर भी विचार कर रहा है,
जिसका इस्तेमाल अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन जैसे
आतंकवादियों को ठिकाने लगाने के लिए किया, स्वराज ने कहा
कि भारत पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकवादी
कैंपों को लेकर पाकिस्तान से बात कर रहा है, क्योंकि युद्ध कोई
विकल्प नहीं है।
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