Loading...

रहमान ने मिलाई आमिर की 'ताल में ताल'

आमिर खान भले ही 'असहिष्णुता' को लेकर दिए अपने बयान पर
बॉलिवुड में अलग-थलग पड़ गए हों। लेकिन ऑस्कर विजेता
संगीतकार एआर रहमान ने 'मिस्टर परफेक्शनिस्ट' के बयान का
समर्थन किया है
। आमिर खान की पत्नी किरण द्वारा देश में बढ़ती 'असहिष्णुता'
को देखते हुए भारत छोड़ने के विचार से सहमति जताते हुए उन्होंने
कहा कि मैंने भी कुछ महीनों पहले ही ऐसे हालातों का सामना
किया है।
ईरानी फिल्म 'मुहम्मद: मेसेंजर ऑफ गॉड' में संगीत देने के लिए मुंबई
की रजा अकादमी ने उनके खिलाफ फतवा जारी किया था। कुछ
लोगों का आरोप था कि इस फिल्म का शीर्षक पैगंबर का
अपमान करने वाला है। फतवे के जवाब में एआर रहमान ने सफाई देते
हुए कहा था कि मैंने यह फिल्म नहीं बनाई और सिर्फ संगीत देने का
काम किया है।
उस वक्त दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने एआर रहमान के
कंसर्ट को भी रद्द करने का फैसला लिया था। दूसरी तरफ विश्व
हिंदू परिषद ने एआर रहमान से दोबारा हिंदू बनने की अपील तक कर
डाली। वीएचपी का कहना था कि वक्त आ गया है, जब एआर
रहमान को 'घर वापसी' कर लेनी चाहिए।
पणजी में एनडीएफसी के इंटरनैशनल फिल्म फैस्टिवल ऑफ इंडिया में
शिरकत कर रहे एआर रहमान ने कहा कि उन्होंने खुद असहिष्णुता
झेली है और सभ्य समाज में किसी भी व्यक्ति को हिंसक नहीं
होना चाहिए। रहमान ने कहा, 'कुछ भी हिंसक नहीं होना
चाहिए। हम सभी बेहद सभ्य लोग हैं और हमें दुनिया को बताना
चाहिए कि हम सबसे सभ्य लोग हैं।'