राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए भारत के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल आरएसएस को दोषी नहीं मानते थे। लेकिन वह आरएसएस को सांप्रदायिक जहर फैलाने का कसूरवार मानते थे। बल्लभ भाई पटेल की 140वीं जयंती चंद दिन पहले मनाई गई। वह एक तरफ आरएसएस के बारे में ऐसा मानते थे कि वह सांप्रदायिक जहर फैलाने का काम करता है। साथ ही वह यह भी मानते थे कि भारत में रहनेवाले मुसलमानों का कुछ तबका भारत के प्रति वफादार या देशभक्त नहीं है।
उन्होंने 27 फरवरी, 1948 को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को चिट्ठी लिखी थी। उन्होंने यह गांधी जी की हत्या के एक महीने बाद लिखी थी। खत में उन्होंने लिखा था '...इसमें (गांधी जी की हत्या) आरएसएस शामिल नहीं है, लेकिन यह कट्टर दक्षिणपंथी संगठन हिंदू महासभा का था और ....नेतृत्व में हत्या की साजिश रची गई थी '