आइएस के खिलाफ चल रहा अभियान क्या किसी नए अंतर्राष्ट्रीय तनाव को जन्म दे रहा है क्या ये किसी ऐसे खतरे को न्यौता दे रहा है जिसकी नींव धीरे धीरे तैयार हो रही है। ये ऐसे सवाल हैं जो वैश्विक नेताओं के लिए चिंता की वजह बन गए हैं। तुर्की ने सीरिया की सीमा से लगते अपने एयर स्पेस में रूस के एक मिलिट्री प्लेन को मार गिराया है। तुर्की ने अपने बयान में कहा कि उसने विमान को गिराने से पहले कई बार चेतावनी दी थी। हालांकि तुर्की के इस कार्रवाई पर रुस ने कड़ा ऐतराज व्यक्त किया है।
तुर्की एयर फोर्स के एक अधिकारी के मुताबिक रशियन मिलिट्री जेट पर हमला करने से पूर्व उसे कई बार चेतावनी दी गई। लेकिन चेतावनी अनसुनी करने के बाद तुर्की एयर फोर्स के एफ-16 फाइटर प्लेन ने उसे मार गिराया। उस प्लेन का मलबा सीरिया और तुर्की की सीमा के पास गिरा। हालांकि दोनों पायलट विमान क्रैश होने से पहले कूद गए थे। बताया जा रहा है कि एक पायलट विद्रोहियों के कब्जे में है।
तुर्की के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस घटना के बाद तुर्की के प्रधानमंत्री अहमेट देवूटोगलू ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें नाटो और संयुक्त राष्ट्र को सीरियाई बार्डर के पास हुए घटनाक्रम की नवीनतम जानकारी से अवगत कराने को कहा।
अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जानकारों के तुर्की की इस कार्रवाई से राजनीतिक, कूटनीतिक और सामरिक संबंधों में कई बड़े बदलाव नजर आ सकते हैं।
तुर्की द्वारा मार गिराए गए लड़ाकू जेट के बारे में अब तक मिली जानकारी
-रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने एसयू -24 लड़ाकू जेट को सीरिया की सीमा के पास तुर्की द्वारा मार गिराने की पुष्टि की।
-तुर्की ने कहा- विमान अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है, लेकिन रूस के इससे इनकार किया।
-रूस अपनी लड़ाकू विमान पर जमीन पर हमला बता रहा है, जबकि तुर्की इसे हवा में मार गिराने की बात कह रहा है।
-तुर्की ने कहा लड़ाकू विमान मार गिराने से पहले 10 बार चेतावनी दी गई थी।
-रूस द्वारा अपने दो पायलटों को खुद बचाने की बात कही जा रही है, लेकिन वे कहां हैं अौर कैसे हैं इसकी पुष्टी नहीं हो पा रही है।
तुर्की एयर फोर्स के एक अधिकारी के मुताबिक रशियन मिलिट्री जेट पर हमला करने से पूर्व उसे कई बार चेतावनी दी गई। लेकिन चेतावनी अनसुनी करने के बाद तुर्की एयर फोर्स के एफ-16 फाइटर प्लेन ने उसे मार गिराया। उस प्लेन का मलबा सीरिया और तुर्की की सीमा के पास गिरा। हालांकि दोनों पायलट विमान क्रैश होने से पहले कूद गए थे। बताया जा रहा है कि एक पायलट विद्रोहियों के कब्जे में है।
तुर्की के प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस घटना के बाद तुर्की के प्रधानमंत्री अहमेट देवूटोगलू ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें नाटो और संयुक्त राष्ट्र को सीरियाई बार्डर के पास हुए घटनाक्रम की नवीनतम जानकारी से अवगत कराने को कहा।
अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा जानकारों के तुर्की की इस कार्रवाई से राजनीतिक, कूटनीतिक और सामरिक संबंधों में कई बड़े बदलाव नजर आ सकते हैं।
तुर्की द्वारा मार गिराए गए लड़ाकू जेट के बारे में अब तक मिली जानकारी
-रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने एसयू -24 लड़ाकू जेट को सीरिया की सीमा के पास तुर्की द्वारा मार गिराने की पुष्टि की।
-तुर्की ने कहा- विमान अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है, लेकिन रूस के इससे इनकार किया।
-रूस अपनी लड़ाकू विमान पर जमीन पर हमला बता रहा है, जबकि तुर्की इसे हवा में मार गिराने की बात कह रहा है।
-तुर्की ने कहा लड़ाकू विमान मार गिराने से पहले 10 बार चेतावनी दी गई थी।
-रूस द्वारा अपने दो पायलटों को खुद बचाने की बात कही जा रही है, लेकिन वे कहां हैं अौर कैसे हैं इसकी पुष्टी नहीं हो पा रही है।