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NSG पर भारत को चीन ने दिया झटका, सारी कोशिश नाकाम

न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) में एंट्री पर भारत चीन का
समर्थन पाने के लिए हर कोशिश करने में जुटा है लेकिन चीन ने
सोमवार को दो टूक कह दिया कि इस हफ्ते 48 देशों वाले इस ग्रुप
की होने वाली मीटिंग में इंडिया को शामिल करने की बात
अजेंडा में शामिल नहीं है।

चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि साउथ कोरिया की राजधानी
सोल में इस हफ्ते होने वाली एनएसजी की बैठक के अजेंडे में भारत
को एनएसजी की सदस्यता देने का मुद्दा शामिल नहीं है। विदेश
सचिव एस जयशंकर के 16-17 जून के चीन दौरे और सुषमा के बयान के
बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की
होवा चुनिइंग ने कहा कि 24 जून से सोल में होने जा रही एनएसजी
की बैठक के अजेंडे में भारत को इस 48 सदस्यीय समूह में शामिल करने
का मुद्दा शामिल नहीं है।
एक दिन पहले भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि
एनएसजी में भारत की एंट्री पर चीन की चिंता उसकी प्रक्रिया
को लेकर है। चीन एनएसजी में भारत की एंट्री का विरोध कर रहा
है। चीन का कहना है कि बिना न्यूक्लियर नॉन-प्रोलिफिरेशन
ट्रीटी (एनपीटी) पर हस्ताक्षर किए किसी भी देश की इस समूह
में एंट्री नहीं हो सकती। एनएसजी का गठन 1974 में इंडिया के पहले
परमाणु परीक्षण के बाद हुआ था। इसका लक्ष्य था कि दुनिया में
भर में परमाणु हथियारों के प्रसार को रोका जाए।

एनएसजी मेंबर्स के भीतर भारत की एंट्री को लेकर मतभेद है।
एनएसजी समूह के कई देशों का कहना है कि यदि भारत को इसमें
एंट्री मिलती है तो अन्य उन देशों को भी मिलनी चाहिए
जिन्होंने एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। यही बात चीनी
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता होवा चुनिइंग ने भी कही कि भारत
को एनएसजी में एंट्री मिलती है तो अन्य नॉन-एनपीटी मेंबर्स को
भी मिलनी चाहिए।

भारत ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर नहीं किया है लेकिन
एनएसजी रूल्स से 2008 में मिली छूट के आधार पर उसे कई फायदे
हासिल हैं। होआ ने कहा कि एनपीटी आधारशिला है और पेइचिंग
चाहता है कि बिना एनपीटी पर हस्ताक्षर किए किसी भी देश
को एनएसजी की सदस्यता नहीं मिले। होआ ने कहा कि इस मुद्दे
पर पर्याप्त बातचीत होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चीन इस
मामले में किसी खास देश के खिलाफ नहीं है। होआ ने कहा कि
एनएसजी की वार्षिक मीटिंग में नए सदस्यों की एंट्री अजेंडा में
कभी नहीं रहा है।
उन्होंने कहा कि नॉन-एनपीटी मेंबर्स की एनएसजी में एंट्री कभी
बैठक के अजेंडा में कोई टॉपिक नहीं रहा है। होवा ने कहा कि
भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने चीनी दौरे पर एनएसजी में
एंट्री को लेकर इच्छा जाहिर की है। चीनी विदेश मंत्रालय की
प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस मामले पर अपनी-अपनी
बात रखी है।