कोलकाता के ईडन गार्डेन में वर्ल्ड टी-20 का ख़िताबी
मुक़ाबले में कार्लोस ब्रेथवेट और मर्लोन सैमुअल्स ने वेस्ट इंडीज़
को वर्ल्ड टी20 का चैंपियन बना दिया.
अंतिम ओवर में वेस्टइंडीज़ को जीत के लिए 19 रन बनाने थे, लेकिन
कार्लोस ब्रेथवेट ने बेन स्टोक्स की पहली चार गेंदों पर छक्का
लगाकर टीम को चैंपियन बना दिया.
वहीं मर्लोन सैमुअल्स दूसरे छोर पर 85 रन बनाकर नाबाद रहे. वेस्ट
इंडीज़ की टीम ने दूसरी बार वर्ल्ड टी20 का ख़िताब जीता है.
इससे पहले इंग्लैंड ने वेस्ट इंडीज़ के सामने जीत के लिए 156 रन का
लक्ष्य रखा था.
इसके जवाब में वेस्ट इंडीज़ की शुरुआत ख़राब रही. जॉनसन चार्ल्स
महज एक रन पर आउट हुए, इसके बाद क्रिस गेल भी चार पर पवेलियन
लौट गए.
ये दोनों विकेट एक ही ओवर में जो रूट ने झटके हैं. लेकिन वेस्ट इंडीज़
की मुश्किल तब और बढ़ गई जब सेमीफ़ाइनल मैच के हीरो रहे लिंडल
सिमंस भी सस्ते में आउट हो गए.
लेकिन इसके बाद सैमुअल्स ने बेहतरीन हॉफ़ सेंचुरी पूरी की. वे जब
27 रन पर थे तब उन्हें अंपायर ने विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया
था, लेकिन बाद में उन्हें वापस बुलाया गया.
ड्वेन ब्रावो 27 गेंद पर 25 रन बनाकर आउट हुए हैं.
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड ने 20 ओवरों में नौ विकेट पर 155 रन
बनाए.
इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक 54 रन जो रूट ने बनाए. जबकि वेस्ट
इंडीज़ की ओर से ड्वेन ब्रावो और कार्लोस ब्रेथवेट ने सबसे ज़्यादा
तीन-तीन विकेट लिए.
रूट के अलावा इंग्लैंड के जोस बटलर ने 36 रन बनाए.
इससे पहले इंग्लैंड की शुरुआत बेहद ख़राब रही. मैच की दूसरी ही गेंद
पर इंग्लैंड के जोरदार बल्लेबाज़ जैसन रॉय क्लीन बोल्ड हो गए.
सैमुअल बद्री की गेंद पर पूरी तरह से चूक गए जैसन.
इसके बाद एलेक्स हेल्स भी सस्ते में आउट हो गए. आंद्रे रसेल की गेंद पर
आउट होने से पहले हेल्स ने तीन गेंद पर एक रन बनाए.
इसके बाद कप्तान इयोन मोर्गन भी बद्री के शिकार बन गए.
मोर्गन महज पांच रन बना पाए. तीस रनों के अंदर ही इंग्लैंड के तीन
विकेट गिर गए.
हालांकि इसके बाद जो रूट और जोस बटलर ने इंग्लैंड की पारी को
संभाला.
बटलर के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स पारी को तेजी देने की
कोशिश में आउट हुए. मोईन अली खाता भी नहीं खोल पाए.
लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज़ों की बदौलत इंग्लैंड 150 रन के पार
पहुंचने में कामयाब रहा.
चैंपियन भले कोई टीम बने, लेकिन वेस्ट इंडीज़ और इंग्लैंड में जो भी
टीम चैंपियन बनेगी, वह दूसरी बार इस ख़िताब पर कब्ज़ा
जमाएगी.
वेस्ट इंडीज़ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया और
कप्तान के फ़ैसले को विंडीज़ के गेंदबाज़ों को सही साबित कर
दिखाया.
मुक़ाबले में कार्लोस ब्रेथवेट और मर्लोन सैमुअल्स ने वेस्ट इंडीज़
को वर्ल्ड टी20 का चैंपियन बना दिया.
अंतिम ओवर में वेस्टइंडीज़ को जीत के लिए 19 रन बनाने थे, लेकिन
कार्लोस ब्रेथवेट ने बेन स्टोक्स की पहली चार गेंदों पर छक्का
लगाकर टीम को चैंपियन बना दिया.
वहीं मर्लोन सैमुअल्स दूसरे छोर पर 85 रन बनाकर नाबाद रहे. वेस्ट
इंडीज़ की टीम ने दूसरी बार वर्ल्ड टी20 का ख़िताब जीता है.
इससे पहले इंग्लैंड ने वेस्ट इंडीज़ के सामने जीत के लिए 156 रन का
लक्ष्य रखा था.
इसके जवाब में वेस्ट इंडीज़ की शुरुआत ख़राब रही. जॉनसन चार्ल्स
महज एक रन पर आउट हुए, इसके बाद क्रिस गेल भी चार पर पवेलियन
लौट गए.
ये दोनों विकेट एक ही ओवर में जो रूट ने झटके हैं. लेकिन वेस्ट इंडीज़
की मुश्किल तब और बढ़ गई जब सेमीफ़ाइनल मैच के हीरो रहे लिंडल
सिमंस भी सस्ते में आउट हो गए.
लेकिन इसके बाद सैमुअल्स ने बेहतरीन हॉफ़ सेंचुरी पूरी की. वे जब
27 रन पर थे तब उन्हें अंपायर ने विकेट के पीछे कैच आउट करार दिया
था, लेकिन बाद में उन्हें वापस बुलाया गया.
ड्वेन ब्रावो 27 गेंद पर 25 रन बनाकर आउट हुए हैं.
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड ने 20 ओवरों में नौ विकेट पर 155 रन
बनाए.
इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक 54 रन जो रूट ने बनाए. जबकि वेस्ट
इंडीज़ की ओर से ड्वेन ब्रावो और कार्लोस ब्रेथवेट ने सबसे ज़्यादा
तीन-तीन विकेट लिए.
रूट के अलावा इंग्लैंड के जोस बटलर ने 36 रन बनाए.
इससे पहले इंग्लैंड की शुरुआत बेहद ख़राब रही. मैच की दूसरी ही गेंद
पर इंग्लैंड के जोरदार बल्लेबाज़ जैसन रॉय क्लीन बोल्ड हो गए.
सैमुअल बद्री की गेंद पर पूरी तरह से चूक गए जैसन.
इसके बाद एलेक्स हेल्स भी सस्ते में आउट हो गए. आंद्रे रसेल की गेंद पर
आउट होने से पहले हेल्स ने तीन गेंद पर एक रन बनाए.
इसके बाद कप्तान इयोन मोर्गन भी बद्री के शिकार बन गए.
मोर्गन महज पांच रन बना पाए. तीस रनों के अंदर ही इंग्लैंड के तीन
विकेट गिर गए.
हालांकि इसके बाद जो रूट और जोस बटलर ने इंग्लैंड की पारी को
संभाला.
बटलर के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स पारी को तेजी देने की
कोशिश में आउट हुए. मोईन अली खाता भी नहीं खोल पाए.
लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज़ों की बदौलत इंग्लैंड 150 रन के पार
पहुंचने में कामयाब रहा.
चैंपियन भले कोई टीम बने, लेकिन वेस्ट इंडीज़ और इंग्लैंड में जो भी
टीम चैंपियन बनेगी, वह दूसरी बार इस ख़िताब पर कब्ज़ा
जमाएगी.
वेस्ट इंडीज़ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया और
कप्तान के फ़ैसले को विंडीज़ के गेंदबाज़ों को सही साबित कर
दिखाया.