रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने दूसरे बजट में कोई लोकलुभावन घोषणनाएं
नहीं कीं, लेकिन यात्री सुविधाओं के विस्तार पर पूरा
ध्यान दिया है। यात्रियों के लिए नई सुविधाओं में महिला, बुजुर्गों, विकलांगों और बच्चों का
खास ध्यान रखा गया है। रेलवे के आरक्षण कोटे में महिलाओं को 33% आरक्षण
दिया जाएगा, जबकि वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली सीट का कोटा
बढ़ाकर 50% किया जा रहा है। ट्रेन में पायलट प्रॉजेक्ट के आधार पर बच्चों के खाने
की अलग से व्यवस्था पेश होगी। यात्री और माल
भाड़े से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। एक एसएमएस के जरिए
ऑन डिमांड रेल डिब्बों की सफाई की व्यवस्था शुरू
होगी और अशक्त लोगों के लिए इस साल 11 ए श्रेणी के
स्टेशनों पर विशेष शौचालय बनाए जाएंगे।
तेजस, हमसफर, उदय और अंत्योदय ट्रेनें
रेलमंत्री ने चार तरह की ट्रेनें चलाने की घोषण
की। हमसफर एक्सप्रेस पूरी तरह से वातानुकूलित
होंगी और इनमें एसी तीसरे दर्जे की
सुविधाएं होंगी। इसमें खाने की सुविधा का विकल्प भी
होगा, जिसे यात्री इच्छा होने पर चुन सकते हैं। दूसरे तरह की
ट्रेनों को उदय एक्सप्रेस का नाम दिया गया है। इसके तहत डबल-डेकर (दुमंजिला)
वातानुकूलित ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसमें मौजूदा क्षमता से लगभग 40
फीसद अधिक सीटें होंगी, ताकि अधिक-से-अधिक
यात्री सफर कर सकें। तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें 130 किलोमीटर
प्रति घंटे या इससे भी अधिक गति से चलेंगी। इसमें
विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं दी जाएंगी।
इसके अलावा लंबी दूरी के लिए अनरिज़र्व्ड ट्रेनें अंत्योदय
एक्सप्रेस के नाम से चलाई जाएगी। लम्बी दूरी
की कुछ अन्य रेलगाड़ियों में दो से चार 'दीन दयालु'
सवारी डिब्बे भी लगाने का प्रस्ताव किया गया है। वित्त वर्ष
2016-17 के रेल बजट के प्रस्ताव में सुरेश प्रभु ने कहा, 'अनारक्षित यात्रियों के
लिए अंत्योदय एक्सप्रेस और दीन दयालु सवारी डिब्बे लगाए
जाएंगे।' ये घोषणाएं करते हुए उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार का
पक्का विश्वास है कि भारत का भाग्य तब तक नहीं बदलेगा जब तक
आम आदमी या महिला की जिंदगी में सुधार
नहीं आएगा।
उन्होंने कहा, 'हम आम आदमी के लिए अंत्योदय एक्सप्रेस,
लम्बी दूरी की पूर्णतया अनारक्षित सुपर फास्ट
रेलगाड़ी सेवा चलाने का प्रस्ताव कर रहे हैं, जो बिजी रूटों पर
चलाई जाएगी। साथ ही हम अनारक्षित यात्रियों को ढोने
की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं और इसके लिए कुछ लम्बी
दूरी की रेलगाड़ियों में दो से चार दीन दयालु
सवारी डिब्बे भी लगाने का प्रस्ताव कर रहे हैं। इन
दीन दयालु सवारी डिब्बों में पीने के पानी
की सुविधा होगी और अधिक संख्या में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट दिए
जाएंगे।
दिव्यांग, महिला और बुजुर्गों पर कृपा
ऑनलाइन टिकटों की बुकिंग करते समय छूट का लाभ उठाने के लिए एक बार
ही रजिस्ट्रेशन करना होगा। वील चेयर की
ऑनलाइन बुकिंग होगी और सभी नए सवारी डिब्बे
ब्रेल की सुविधा से युक्त होंगे। बुजुर्गों के लिए नीचे
की बर्थ का कोटा बढ़ाया गया है। अब प्रत्येक सवारी डिब्बे में
वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली बर्थ का कोटे को 50% तक बढ़ा रहे हैं।
इससे बुजुर्गों को हर गाड़ी में लगभग 120 निचली बर्थ
की सुविधा मिलेगी।
महिला सुरक्षा के लिए सवारी डिब्बे को बीच के हिस्से को उनके
लिए रिज़र्व किया जाएगा। 24 घंटे हेल्पलाइन नंबर 182 पर महिला को मदद
मिलेगी। इसके अलावा 311 रेलवे स्टेशनों पर
सीसीटीवी चौकसी
की व्यवस्था की गई है। बाद में सभी बड़े रेलवे
स्टेशनों को चरणबद्ध तरीके से
सीसीटीवी सर्विलांस के तहत लाने
की योजना है।
हेल्पलाइन 139 से टिकट कैंसल
बुकिंग खिड़कियों पर यात्रियों का वेटिंग टाइम कम करने के लिए उपनगरी और
छोटी दूरी वाले यात्रियों के लिए हैंड हेल्ड टर्मिनलों के जरिए
टिकटों की बिक्री शुरू होगी। प्लैटफॉर्म टिकटों
की बिक्री भी वेंडिंग मशीनों के जरिए शुरू
होगी, जिसमें नकद के अलावा क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी
स्वीकार होंगे। अगले तीन महीने में विदेशी
पर्यटकों और प्रवासी भारतीयों डेबिट/क्रेडिट कार्डों से ई-
टिकटिंग शुरू होगी।
पत्रकारों के लिए रियायती पासों पर टिकटों की ई-बुकिंग
की सुविधा शुरू होगी। हेल्पलाइन 139 पर यात्रियों को रजिस्टर्ड
फोन नंबर पर भेजे गए वन टाइम पासवर्ड का इस्तेमाल करते हुए टिकट रद्द कराने
की सुविधा मिलेगी।
उत्तर-पूर्व और जम्मू-कश्मीर पर ध्यान
पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए बेहतर संपर्क व्यवस्था भी सरकार
की प्राथमिकता रही। बहु-प्रतीक्षित
बड़ी लाइन पर लमडिंग-सिलचर खंड को खोला जाएगा, जिससे बराक
घाटी रेलवे के जरिए देश के दूसरे हिस्से से जुड़ जाएगी। त्रिपुरा
की राजधानी अगरतला को भी बड़ी लाइन
नेटवर्क पर लाया गया। मिजोरम और मणिपुर में कटखल-भैराबी और
अरुणाचल-जीरीबाम रूट भी बड़ी लाइन से
जुड़ेंगे। जम्मू एवं कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल
लिंक परियोजना के कटरा-बनिहाल रूट पर कुल 95 किलोमीटर में से 35
किलोमीटर लंबी सुरंग बन गई है।
टेक्नॉलजी और इंटरटेनमेंट पर फोकस
रेलवे बजट में प्रभु ने बताया कि युवा और उद्यमियों की सुविधा के लिए
स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा शुरू की है। इस साल 100
स्टेशनों और अगले दो साल में 400 अन्य स्टेशनों पर वाई-फाई सेवाएं मुहैया कराई
जाएंगी। उन्होंने बाताया कि रेलवे मंत्रालय इस योजना के लिए गूगल से
साझेदारी कर रहा है।
400 रेलवे स्टेशनों का विकास
यात्री के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए भी प्रभु ने
प्लान पेश किया। उन्होंने बताया कि तमाम मॉडल्स के आधार पर देश के रेलवे स्टेशनों
का पुनर्निमाण किया जा रहा है। एक मॉडल के आधार पर हबीबगंज रेलवे
स्टेशन का पुनर्विकास हुआ है, जबकि चार अन्य स्टेशनों की
बोली प्रक्रिया अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ यात्रियों
का अनुभव बेहतर होगा, राजस्व के नए रास्ते भी खुलेंगे।
रेल मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है, जिसके
तहत 400 रेलवे स्टेशनों को पीपीपी मॉडल के
आधार पर पुनर्विकास किया जाएगा। इसके तहत, अगले वित्त वर्ष में कुछ बड़े और
मझौले स्टेशनों के पुनर्निमाण के लिए बिडिंग का काम शुरू होगा।
किराए-भाड़े में बदलाव नहीं
आज पेश रेल बजट में यात्री किराए और माल भाड़े में कोई
बढ़ोतरी नहीं की गई है। लोकसभा में अपना दूसरा
बजट पेश करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे के किराए भाड़े
की दरों को तर्कसंगत बनाने का वादा किया ताकि रेलवे एक आधुनिक परिवहन
प्रणाली के रूप में परिवहन के अन्य साधनों से प्रतिस्पर्धा कर सके।
उन्होंने कहा कि रेलवे माल ढुलाई के क्षेत्र में और अधिक प्रकार के माल ढोने के
उपाय करेगी, जिससे अतिरिक्त संसाधन अर्जित किए जा सकें। पिछले साल
से हटकर रेल मंत्री ने इस बार न तो यात्री किराए में और न
ही माल भाड़े की दरों में कोई छेड़छाड़ की।
पिछली बार उन्होंने माल भाड़े की दरों में संशोधन किया था।