पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर शनिवार तड़़के हमला हुआ,
जिसमें चार संदिग्ध चरमपंथी मारे गए हैं.
पंजाब बॉर्डर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुंवर प्रताप
सिंह ने चार हमलावरों के मारे जाने की पुष्टि की है.
जबकि अपुष्ट ख़बरों के मुताबिक़ दो सुरक्षाकर्मी भी मारे गए हैं
जबकि छह अन्य लोग ज़ख़्मी हुए हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने पंजाब पुलिस के अतिरिक्त पुलिस
महानिदेशक (क़ानून व्यवस्था) एचएस ढिल्लन के हवाले से कहा है
कि मुठभेड़ ख़त्म हो गई है.
एयरबेस के आसपास 15 किलोमीटर क्षेत्र को घेरकर उसकी
निगरानी की जा रही है. साथ ही संदिग्ध चरमपंथियों की
तलाशी के लिए अभियान जारी है.
जम्मू-पठानकोट हाइवे पर गश्त बढ़ा दी गई है. पंजाब और जम्मू
कश्मीर में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.
पंजाब बॉर्डर रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक विजय कुंवर प्रताप
सिंह ने मीडिया को बताया, ''अकालगढ़ के पास एयरफ़ोर्स स्टेशन
बेस में सुबह कुछ हथियारबंद लोग घुसे थे.''
समाचार एजेंसी एएफ़पी ने कुछ देर पहले एक सुरक्षा अधिकारी के
हवाले से बताया था, "हमलावरों के पास भारी मात्रा में हथियार
हैं और उनका इरादा एयरबेस को ज़्यादा से ज़्यादा नुक़सान
पहुंचाना था, लेकिन अब तक हम उन्हें रोकने में सफल रहे हैं."
अधिकारी ने कहा, "हमारा मानना है कि ये जैश-ए-मोहम्मद के
चरमपंथी हैं."
सरकारी टीवी चैनल दूरदर्शन के मुताबिक़ हमला शनिवार तड़के
तीन बजे हुआ था. सुरक्षा एजेंसियों ने पहले हमलावरों की तादाद
तीन से चार बताई थी. फ़िलहाल बताया जा रहा है कि उनकी
तादाद छह तक हो सकती है.
पठानकोट पाकिस्तान सीमा के क़रीब है और भारत प्रशासित
कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाली सड़क पर है.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक़ हमलावर भारतीय सेना की वर्दी
में थे और उन्होंने एक अधिकारी की कार का इस्तेमाल किया.
हमलावरों से निपटने के लिए भारतीय सेना की चार टुकड़ियां,
नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स, कमांडो और हेलीकॉप्टर लगाए गए.
इससे पहले 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान
की यात्रा की थी और प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ से मुलाक़ात
की थी.
पंजाब में इससे पहले भी हमला हो चुका है.
पिछले साल अगस्त में गुरदासपुर ज़िले में एक पुलिस थाने पर हमले में
सात लोग मारे गए थे. बाद में तीन हमलावर पुलिस कार्रवाई में मारे
गए थे.
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