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इधर सरस थे मोदी, उधर बरस रहे थे राहुल

राज्य सभा में भी दिखा मोदी का 'बदला' अंदाज, संविधान
पर कांग्रेस को भी दिया श्रेय
पीएम नरेंद्र मोदी मंगलवार को राज्य सभा में भी उसी बदले-बदले
रूप में नजर आए, जिसकी झलक उन्होंने लोकसभा में दी थी। वार न
और पलटवार, बल्कि कांग्रेस को क्रेडिट देने में बिल्कुल उदार। यह
भी संयोग ही था कि मोदी जिस समय राज्य सभा में संविधान
पर बोल रहे थे, उसी दौरान लोकसभा में राहुल गांधी केंद्र सरकार
पर जमकर हमलावर थे और मोदी से जवाब मांग रहे थे।
लोकसभा में राहुल ने मोदी से किए क्या सवाल, पढ़ें यहां
मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान जारी
बहस का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण में जहां
संविधान सभा में शामिल रहे कांग्रेस सदस्यों के योगदान का खुले
मन से जिक्र किया, तो साथ ही बताया कि किस तरह 26 नवंबर
को संविधान दिवस के रूप में मनाने का आइडिया उन्हें 2008 में
महाराष्ट्र के कांग्रेस सरकार की पहल से आया।
राज्य सभा में और क्या-क्या बोले मोदी, पढ़ें यहां
देश में असहिष्णुता पर जारी बहस के बीच उन्होंने कहा कि सवा
सौ करोड़ देशवासियों की देशभक्ति पर न कोई शक कर सकता है,
न किसी को सबूत देने की जरूरत है।
मोदी ने कहा, 'यह कार्यक्रम संविधान का निर्माण करने वालों
को नमन करने वालों के लिए बनाया गया है। किसी ने पहले ऐसा
नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं है कि उसने गुनाह किया है।
हमें विचार आया हमने किया। करने का इरादा यह था कि देश को
राह दिखाने वाले महापुरुषों को भावी पीढ़ी जाने।'
मोदी ने संविधान सभा में शामिल रहे कांग्रेस के सदस्यों के
योगदान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'संविधान सभा में
उनकी पार्टी का सदस्य होता तो ही मैं याद करूं, ऐसे देश नहीं
चलता है। किस विचार के थे, किस दल के थे, उसके आधार पर हम
फैसला नहीं कर सकते हैं। यह देश हर किसी न किसी के सकारात्मक
योगदान का परिणाम है। हर किसी के सकारात्मक योगदान को
ही जोड़कर चला जाता है, तभी राष्ट्र मजबूत होता है।'
मोदी ने कहा कि संविधान सभा में बैठे हुए लोगों में कांग्रेस से जुड़े
काफी लोग थे, हमें यह स्वीकार करने में संकोच नहीं है। हमारे अंदर
उन पर गर्व करने की हिम्मत है। हमारे संस्कार हैं, कि हम उनका आदर
और अभिनंदन कर सकते हैं। इसको हमे सकारात्मक रूप में लेना
चाहिए।
संविधान दिवस का आइडिया ऐसे आया...
मोदी ने कहा कि 2008 में कांग्रेस सरकार ने 26 नवंबर को
संविधान दिवस के रूप में मनाना शुरू किया था। एक अच्छा काम
उन्होंने यह किया था कि स्कूलों में संविधान का प्रस्तावना का
पाठ बच्चों से करवाया जाता था। मैं उस समय गुजरात में था और
मुझे यह प्रयोग अच्छा लगा था।

राहुल का सवाल, वीके सिंह अब तक
मंत्री क्यों हैं?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्र सरकार पर जमकर
हमला बोला। उन्होंने असहिष्णुता के साथ-साथ कई अन्य बयानों
के लिए बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा,
'कट्टरपंथियों ने दाभोलकर जी, पनेसर जी और कलबुर्गी जी को
मार डाला, लेकिन प्रधानमंत्री के पास इन पर कहने के लिए कुछ भी
नहीं है। मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कृपया पाकिस्तान से गलत
चीजें न सीखें।'
पीएम मोदी पर हमला तेज करते हुए राहुल ने कहा, 'मोदीजी
महात्मा गांधी की तारीफ करते हैं, लेकिन खुद यहां बैठे बीजेपी
के सांसद साक्षी महाराज गांधी जी की हत्या करने वाले नाथू
राम गोडसे को हीरो बताते हैं।' राहुल गांधी ने कहा कि
एयरफोर्स के जरिए देश की सेवा करने वाले मोहम्मद सरताज के
पिता मोहम्मद अखलाक को सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है,
क्योंकि वह एक मुसलमान थे।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, 'क्या प्रधानमंत्री लोगों की बात
सुनना शुरू करेंगे या अपने लोगों को ऐसी बातें करते देखते रहेंगे?'
उन्होंने केंद्र सरकार में मंत्री व पूर्व सेना प्रमुख वी.के. सिंह पर भी
निशाना साधा। राहुल ने कहा, 'मैं यहां जनरल वी.के. सिंह को
नहीं देख पा रहा हूं, जिन्होंने दलित बच्चों की तुलना कुत्तों से
की थी। ऐसा करके उन्होंने सीधे संविधान और मौलिक अधिकार
को चुनौती दी है।'
राहुल गांधी के भाषण के बाद साक्षी महाराज ने खड़े होकर
आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि मुझे नोटिस दिए बिना मेरे ऊपर
टिप्पणी क्यों की गई, और मैंने ऐसा किया क्या है?