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मोदी को किसी की बेटी पर नहीं बोलना था, वे लालू की गुगली में फंस गए

बिहार में बीजेपी की हार के बाद पीएम नरेंद्र मोदी और पार्टी प्रेसिडेंट अमित शाह के खिलाफ बगावती सुर सामने आने लगे हैं। ताजा बयान बिहार के बेगूसराय से बीजेपी सांसद भोला सिंह ने दिया है। सिंह ने मंगलवार को चैनलों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बयानों का जवाब देने की क्या जरूरत थी? उनकी बेटी के बारे में बोलने की क्या जरूरत थी? अपने जवाबों से लालू ने मोदी को गुगली में फंसा लिया।

कौन हैं भोला सिंह?

भोला सिंह 1967 से पॉलिटिक्स में एक्टिव हैं। वे बिहार विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रह चुके हैं। अभी बेगूसराय से बीजेपी सांसद हैं। बताया जा रहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से गिरिराज सिंह लड़ना चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने भोला सिंह को टिकट दिया। बाद में गिरिराज नवादा से लड़े और जीते।  
क्या बोले बीजेपी सांसद?
1. मोदी के बारे में क्या कहा?
भोला सिंह ने कहा- "प्रधानमंत्री को जंतर-मंतर से क्या लेना-देना है? उन्हें लालू प्रसाद के बयानों का जवाब देने की क्या जरूरत थी? लालू ने अपनी गुगली में उन्हें फंसा लिया। मोदी को उन्हें नजरअंदाज करना चाहिए था। किसी की बेटी पर बोल रहे हैं। किसी के बेटे पर बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री का यह स्तर है? आम लीडर ऐसा बोल सकता है, प्रधानमंत्री नहीं बोल सकता। प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय क्षितिज पर, जनता को ध्यान में रखकर बोलना चाहिए था। वे इसे देश का चुनाव मानकर चल रहे थे। जंतर-मंतर-साधुओं को दिखा रहे थे। अपने हाथ दिखा रहे थे। ये चुनाव का विषय था क्या?"

2. अमित शाह पर क्या बोले भोला सिंह?
अमित शाह पर उन्होंने कहा- "हेलिकॉप्टर उड़ रहे थे। सेनापति उसमें सवार थे। हमारे लोग बयानों में पाकिस्तान को ला रहे थे। इन्होंने कौन-सी बात की? कौन-सी मर्यादा सिखाई? केंद्रीय नेतृत्व यहां बैठा ही हुआ था। उसे किसी की जरूरत नहीं थी। सेनापतियों ने चुनाव हरवाया।"

 
3. गिरिराज पर क्या बयान दिया?
बेगूसराय से बीजेपी सांसद ने कहा- "गिरिराज सिंह ने कहा था कि अगर महागठबंधन जीतेगा तो आप सभी को गाय का मांस खिलाएगा। उनके बयान से काफी नुकसान पहुंचा। भारत की सांस्कृतिक चेतना और अस्मिता पर प्रहार था। किसे बोलने का अधिकार है?"

 भोला सिंह के बयानों का क्या है संदर्भ
> जंतर-मंतर : मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा था- "आपके परिवार में भी कभी कोई बीमार हो जाए और बड़े से बड़े डॉक्टर से इलाज क्यों न करवा लें और बीमारी ठीक न हो तो जंतर-मंतर वालों के पास चले जाते हैं। ये नीतीश बाबू भी ऐसे ही हो गए हैं। उन्हें लगता है कि अब बचना मुश्किल है, इसलिए बाबा के पास जा रहे हैं। क्या लोकतंत्र का मजाक बन रहा है।"

> नीतीश का वीडियो : बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे फेज की वोटिंग से पहले सीएम नीतीश कुमार का एक वीडियो सामने आया था। इसमें वे एक तांत्रिक के साथ नजर आए। केंद्रीय मंत्री और सीनियर बीजेपी लीडर गिरिराज सिंह ने यह वीडियो ट्विटर पर शेयर किया था। उन्होंने दावा किया था कि चुनाव में अपनी हार से निपटने के लिए नीतीश ने तांत्रिक की शरण ली है। करीब ढाई मिनट के वीडियो में तांत्रिक नीतीश के करीब बैठा हुआ है। वह उनकी तारीफ करता है। साथ ही, नीतीश के सामने ही कई बार 'लालू मुर्दाबाद' कहता दिखता है। यह वीडियो लोकसभा चुनाव 2014 के वक्त का बताया जा रहा है।

> पाकिस्तान का जिक्र : बिहार के बेतिया में एक चुनावी सभा में बीजेपी के नेशनल प्रेसिडेंट अमित शाह ने कहा था कि अगर लालू यादव और नीतीश कुमार की सरकार बनती है तो पाकिस्तान में पटाखे फूटेंगे। 

>हाथ दिखाने के मायने : भोला सिंह ने मोदी के हाथ दिखाने का भी जिक्र किया। इसके मायने उस खबर से है, जिसमें मशहूर ज्योतिषी बेजान दारूवाला ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उन्हें अपना हाथ दिखा चुके हैं। दारूवाला ने अपने दावे के समर्थन में एक पुरानी फोटो भी दिखाई, जिसमें वे पीएम मोदी का हाथ देखते नजर आ रहे हैं।