बिहार चुनाव में शानदार जीत हासिल करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार में किसी को डरने की जरूरत नहीं है। नीतीश ने लोगों को बार-बार भरोसा दिलाने की कोशिश की कि उनकी सरकार में एकजुटता बनी रहेगी और किसी के लिए दुर्भावना से काम नहीं करेगी।
लालू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के साथ अपने घर पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीतीश ने करीब दर्जनभर बार 'एकजुटता' शब्द पर जोर दिया। उनका इशारा लोगों में बैठे डर पर था और लालू ने कह भी दिया कि अगर दोनों के बीच कोई मतभेद हुआ तो जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।
नीतीश ने कहा, 'हम लोगों ने चुनाव के पहले और चुनाव के दौरान पूरी एकजुटता दिखाई है। लोगों ने इस एकजुटता में यकीन जताया है। मैं यकीन दिलाता हूं कि हमारे मन में बिहार के किसी भी शख्स के लिए कोई दुर्भावना नहीं रहेगी। हम लोग मिल-जुल कर सकारात्मक सोच के साथ काम करेंगे।'
नीतीश ने कहा कि इस चुनाव पर देशभर के लोगों की निगाहें टिकी हुई थीं। उन्होंने कहा, 'चुनाव में कांटे की टक्कर के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन बिहार की जनता ने बता दिया कि उनका मन बना हुआ था। इसके लिए बिहार के लोगों को बधाई देता हूं।'
नीतीश ने कहा कि महागठबंधन ने पूरे चुनाव के दौरान बेहद एकजुटता के साथ अपना काम किया है। जिस तरह से चुनाव के दौरान काफी आक्रामक कैंपेन हुआ और जिस ढंग से लोगों ने वोट किया, उससे उनका मत साफ पता चल गया है।
नीतीश ने कहा, 'देशभर के लोगों की नजर इस चुनाव पर टिकी हुई थी। इसका मतलब साफ है कि इसका राष्ट्रीय महत्व भी है। देश में एक सशक्त विपक्ष के रूप में विकल्प की जरूरत है। देशभर के लोगों की इच्छा एक सशक्त विपक्ष की है। लोकतंत्र में कोई नहीं चाहता कि विपक्ष कमजोर हो। हम विपक्ष का सम्मान करेंगे।'
नहीं उड़ाएंगे विपक्ष का मजाक
नीतीश ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि बिहार के अहम मसलों पर एक सर्वानुमति बने और जीत के बाद वह अपने प्रमुख प्रतिद्वंद्वी का मजाक नहीं उड़ाएंग। नीतीश ने कहा, 'हम महागठबंधन के लोग अब और भी ज्यादा एकजुटता के साथ बिहार के लिए काम करेंगे। चुनाव के दौरान चाहे जो कुछ भी हुआ हो, केंद्र का सहयोग मिलना चाहिए।' उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही हम लोग एकमत रहे और कभी कोई विवाद नहीं हुआ। उन्होंने आगे के लिए भी रोडमैप तैयार कर लिया है।