Loading...

महिलाओं के खिलाफ अपराध को रोकने के लिए शरीयत जैसे कानून की जरूरत

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे का कहना है कि महिलाओं और बच्चों के खिलाफ गंभीर अपराधों को रोकने के लिए शरीयत जैसे कानून की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के हाथों और पैरों को काट डालना चाहिए जो नाबालिगों और महिलाओं से बलात्कार और उनकी हत्या करते हैं।

यह बात उन्होंने अहमदनगर में एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप कर उसकी हत्या करने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहीं। उन्होंने आज जिला मुख्यालय से करीब 76 किलोमीटर दूर करजात तहसील स्थित कोपर्डी गांव का दौरा किया और हवस की भेंट चढ़ी युवती के परिजनों से भी मुलाकात की। इस मामले में उन्होंने भाजपा और शिवसेना की सरकार को भी आड़े हाथों लिया।

उन्होंने कहा कि समाज विरोधी तत्व आतंक की स्थिति पैदा कर रहे हैं और इसके लिए कानून को सख्त से सख्त बनाने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के गलत इस्तेमाल पर नियंत्रण के लिए आवश्यक बदलाव का भी सुझाव दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ यहां हुई बैठक के बाद उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम निश्चित रूप से उन अपराधियों के हाथों और पैरों को काट डालें जो नाबालिगों और महिलाओं के साथ बलात्कार और उनकी हत्या करते हैं। उन्होंने साफ कहा कि हमारी सामान्य कानूनी प्रक्रियाओं में फैसला आने में अनावश्यक रूप से लंबा वक्त लग जाता है और इससे परोक्ष रूप से अपराधियों का हौसला बढ़ता है।

गौरतलब है कि अहमदनगर जिले के कोपर्डी गांव में 13 जुलाई को तीन लोगों ने 15 वर्षीय एक लड़की के साथ बर्बर तरीके से बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का नतीजा हैं और मौजूदा सरकार खुद को पिछली कांग्रेस-राकांपा नीत सरकार से भी बदतर साबित कर रही है।